नई दिल्ली स्थित एनआईए स्पेशल कोर्ट ने खालिस्तान समर्थक आतंकवादी लखबीर सिंह संधू उर्फ लांडा की संपत्ति को जब्त करने का आदेश दिया है। लांडा पंजाब के तरनतारन जिले में स्थित किरियन का गांव का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक गैंगस्टर से आतंकवादी बना लांडा साल 2017 से ही कनाडा में रह रहा है। आतंकवाद के कई मामलों में वह मास्टरमाइंड है। पंजाब पुलिस मुख्यालय और पंजाब के सरहाली पुलिस स्टेशल पर 2022 में आरपीजी से हमले का भी वह मास्टरमाइंड है। लांडा के खिलाफ कई अन्य आतंकी मामले भी दर्ज हैं।
खालिस्तानी आतंकी की संपत्ति जब्त
कोर्ट के आदेश के बाद किरियन गांव में स्थित लांडा की संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। बता दें कि इससे पहले 27 जुलाई 2023 को उसे अपराधी घोषित किया गया था। एनआईए द्वारा लांडा के खिलाफ जांच करने के बाद 22 जुलाई 2023 को आरोप पत्र दाखिल किया गया था। लांडा पर अगस्त 2022 में पंजाब पुलिस के एसआई दिलबाग सिंह की हत्या की साजिश रचने का का भी आरोप है। लांडा भारत विरोध कामों को कनाडा से ही चला रहा है। वह अंतरराष्ट्रीय बब्बर खालसा और उसके पाकिस्तान स्थित गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के लिए काम कर रहा है।
खालिस्तानी संगठनों की जांच कर रही एनआईए
एनआईए बीकेआई, खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ), इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) आदि जैसे प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों/सदस्यों की आतंकी गतिविधियों की जांच कर रही है। एनआईए ने इस मामले में 20 अगस्त 2022 को स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था। इसके बाद से ही एनआईए आतंकवादियों को पकड़ने तथा उनके अलगाववादी, भारत विरोधी मंसूबों को विफल करने में लगी हुई है। लांडा तथा अन्य विदेश आधारित खालिस्तानी समर्थक आतंकवादियों को हथियार, गोला-बारूद, विस्फोटक, रेडी टू यूज आईईडी समेत अन्य तस्करी में संलिप्त पाए गए हैं।