लुधियाना पुलिस ने कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में केस दर्ज किया है। खबर है कि करोड़ों रुपये के चिटफंड घोटाले के मुख्य आरोपी और पर्ल ग्रुप के प्रमुख के साथ कथित तौर पर ठगी करने को लेकर कांग्रेस के पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई और पांच अन्य के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है।
कोटभाई ने भंगू को कैसे ठगा?
गौरतलब है कि निर्मल सिंह भंगू नाम के एक प्रसिद्ध उद्योगपति चिटफंड मामलों में हेरा फेरी के केस में तिहाड़ जेल और फिर बठिंडा जेल में बंद थे। पूर्व विधायक प्रीतम सिंह कोटभाई ने भंगू को यकीन दिलवाया कि वह उन्हें इन सभी केसों से बरी करवा देंगे, क्योंकि उनके बड़े-बड़े अफसरों के साथ लिंक हैं। लेकिन, इसके लिए उन्हें 5 करोड़ रुपए चाहिए, मामला 3.5 करोड़ रुपए में तय हो गया। इसके बाद भंगू के करीबी छिंदर सिंह ने गिरधारी लाल से रुपये लेकर प्रीतम सिंह कोटभाई के कहने के अनुसार कई फर्जी कंपनियों के खातों में डाल दिए लेकिन वह सभी कंपनियां फर्जी निकलीं।
कोटभाई समेत तीन अन्य आरोपी फरार
इसके बाद छिंदर सिंह ने पुलिस में शिकायत दी और उसी शिकायत के आधार पर जांच के उपरांत 6 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है, जिनमें से तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और बाकी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है। लुधियाना के पुलिस आयुक्त मणदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि इस सिलसिले में तीन व्यक्तियों--जीवन सिंह, धर्मवीर सिंह और दलीप सिंह त्रिपाठी को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कोटभाई समेत तीन अन्य फरार हैं। भूचो मंडी से पूर्व विधायक कोटभाई पर अतीत में कई चिटफंड घोटालों में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आयुक्त ने बताया कि पर्ल ग्रुप के प्रमुख निर्मल सिंह भंगू के भतीजे शिंदर सिंह की शिकायत पर (कोटभाई पर) ठगी का मामला दर्ज किया गया है।
(रिपोर्ट- तुषार भारती)
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