पंजाब के लुधियाना के सरकारी सिविल अस्पताल में पुलिस मुलाजिम और वकील आपस में भिड़ गए। दोनों ने एक दूसरे पर जमकर लात-घूंसे चलाए। यहीं नहीं, पगड़ी तक उछाली गई। पुलिस कर्मी ने वकील की पगड़ी उताकर उसे बालों से पकड़कर घसीटा। इस तरह की हाथापाई से अस्पताल में दहशत का माहौल बन गया। इमरजेंसी में दाखिल मरीज इधर-उधर भागने लगे। मामला बढ़ता देख इमरजेंसी के गार्ड ने तुरंत मेन गेट बंद कर दिया। इस हंगामे से डॉक्टर तक डर गए। इस हंगामे की वजह से करीब आधा घंटे से ज्यादा समय तक इमरजेंसी बाधित रही। अस्पातल में मौजूद लोगों ने पुलिसकर्मी और वकील की झड़प का वीडिया भी बनाया।
मेडिकल करवाने को लेकर विवाद
मेडिकल करवाने को लेकर आपसी विवाद हुआ। रविवार की देर रात लुधियाना के सिविल अस्पताल में अपने दफ्तर के मुंशी का मेडिकल करवाने के लिए पहुंचे एक वकील का मौके पर मौजूद एक एएसआई के साथ कहासुनी हुई। इसके बाद विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों के बीच जमकर हाथापाई हो गई। इसमें एक ओर वकील की पगड़ी उतर गई, तो दूसरी ओर एएसआई (ASI) की वर्दी भी फट गई। इस पूरे विवाद का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। घटना के बाद जहां पीड़ित वकील पर पुलिस पर धक्कामुक्की का आरोप लगा रहा है, तो वहीं पुलिस का यह कहना है कि वो अभी इस पूरे मामले की जांच कर रही है। दोनों में से जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ASI ने हाथ उठा दिया- वकील
वकील सुखविंदर सिंह भाटिया ने कहा कि वह अपने मुंशी प्रेम सिंह के साथ सिविल अस्पताल आए थे। प्रेम सिंह का उसके परिवार से कोई पारिवारिक विवाद है। उसके साथ मारपीट हुई थी। उसी का मेडिकल डॉक्टर कर रहे थे, तभी एक ASI किसी अपराधी को लेकर डॉक्टर के कमरे में दाखिल होने लगा। उस ASI ने रौब जमाते हुए उनसे कहा कि उसे पहले अपराधी का मेडिकल करवाने दें। इस बात पर पुलिसकर्मी अड़ गया। वकील ने कहा कि उन्होंने ASI से सिर्फ इतना ही कहा था कि उन्हें कोई ऐतराज नहीं हैं वह मेडिकल करवा ले, लेकिन इस बात पर ASI गुस्से में आया और उन्हें गालियां देकर बहसबाजी करने लगा। इस बीच, ASI ने उस पर हाथ उठा दिया। वकील ने कहा कि उसके साथ ASI ने गलत व्यवहार करते हुए मारपीट की। वह इस मामले को लेकर वकील भाईचारे के बीच जाएंगे। बार काउंसिल में इस मुद्दे को उठाएंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस कमिश्नर कुलदीप सिंह चहल मारपीट करने वाले पुलिस कर्मचारी पर एक्शन लें।
- लुधियाना से तुषार भारती की रिपोर्ट