चंडीगढ़: पंजाब की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने अपनी उम्मीदवार के बजाय बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन करने का फैसला किया है। अकाली दल के उम्मीदवार का चयन उस समिति ने किया था जिसके 2 सदस्यों ने पार्टी प्रमुख सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ ही बगावत कर दी थी। इसी के बाद पार्टी ने यह निर्णय लिया है। बता दें कि SAD अब अपनी ‘अधिकृत उम्मीदवार’ को नहीं बदल सकता क्योंकि इसके लिए अंतिम समय निकल चुका है।
‘सीट पर अकाली दल का कई अधिकृत उम्मीदवार नहीं’
SAD के वरिष्ठ नेता दलजीत सिंह चीमा ने गुरुवार को कहा कि 10 जुलाई को होने वाले उपचुनाव के लिए अकाली दल का अब अपना कोई अधिकृत उम्मीदवार नहीं है। बुधवार को, SAD की जालंधर जिला इकाई के प्रमुख ने घोषणा की कि पार्टी ने जालंधर पश्चिम से अपनी आधिकारिक उम्मीदवार सुरजीत कौर से समर्थन वापस ले लिया है। कौर को इस सीट के लिए SAD की समिति द्वारा चुना गया था जिसमें बीबी जागीर कौर, गुरप्रताप सिंह वडाला, विधायक सुखविंदर सुखी और मोहिंदर सिंह केपी शामिल थे। हालांकि, जागीर कौर और वडाला ने बादल के खिलाफ ही बगावत कर दी और मांग की कि बादल को पार्टी प्रमुख के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद हो रहा है उपचुनाव
चीमा ने कहा कि पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं से उपचुनाव में बीएसपी के उम्मीदवार बिंदर कुमार का समर्थन करने का आह्वान किया है। अकाली दल के वरिष्ठ नेता ने कहा कि उन्होंने सुरजीत कौर से उपचुनाव नहीं लड़ने का आग्रह किया है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 26 जून थी। सुरजीत कौर को पहले ही SAD का चुनाव चिह्न आवंटित किया जा चुका है और वह उन 15 उम्मीदवारों में शामिल हैं जो उपचुनाव के लिए मैदान में हैं। यह उपचुनाव आम आदमी पार्टी के विधायक शीतल अंगुराल के इस्तीफे के बाद जरूरी हो गया था।
बागी नेताओं ने किया कौर के समर्थन का ऐलान
SAD की जालंधर जिला इकाई के प्रमुख (शहरी) कुलवंत सिंह ने कहा था कि सुरजीत कौर से समर्थन वापस लेने का फैसला पार्टी प्रमुख बादल की सलाह के बाद लिया गया। सिंह ने कहा कि उम्मीदवार कथित तौर पर बागी नेताओं के संपर्क में है और उनकी उम्मीदवारी की घोषणा उनसे और अन्य पार्टी नेताओं से परामर्श किए बिना की गई थी। इस बीच, सुरजीत कौर से समर्थन वापस लेने के शिअद के कदम पर पार्टी के बागी नेताओं ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। बागी नेताओं ने गुरुवार को कहा कि वे उपचुनाव में कौर का समर्थन करेंगे। उन्होंने पार्टी नेतृत्व पर चुनावी लड़ाई से भागने का आरोप लगाया। (भाषा)