चंडीगढ़ में 18 जनवरी को होने वाले मेयर चुनावों से पहले जोरदार हंगामा देखने को मिला। दरअसल, मेयर चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने गठबंधन किया है। दोनों ही पार्टियों मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। इस बीच, जब आम आदमी पार्टी के मेयर उम्मीदवार के समर्थन में कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार जसबीर सिंह बंटी अपना नामांकन वापस लेने नगर निगम कार्यालय पहुंचे थे, तो वहां जमकर हंगामा हुआ। बीजेपी के चंडीगढ़ के नेता अपने साथ बंटी के पिता को लेकर आए थे और उनका कहना था कि उनका बेटा नॉमिनेशंस के बाद से नदारद है और वो अपने बेटे से बात नहीं कर पा रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
इस पर चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष एच एस लकी ने बंटी के पिता को कहा कि अगर उन्हें अपने बेटे से बात करनी है तो वो यहीं पर ही कर सकते हैं। इसके बाद बीजेपी नेताओं ने पंजाब पुलिस की मदद से बंटी को जबरन रखे जाने का आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर आरोप लगाया। उसके बाद से ही जसबीर सिंह बंटी, बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के नेता निगम दफ्तर के अंदर ही मौजूद हैं। चंडीगढ़ पुलिस मौके पर पहुंची हुई है। पूरे मामले को लेकर बातचीत जारी है। नगर निगम के दफ्तर के गेट बंद कर दिए गए हैं और तमाम पार्टियों के कार्यकर्ताओं और मीडिया को बाहर रखा गया है। नगर निगम कार्यालय में काफी देर तक ये सब हंगामा चलता रहा। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लकी जसबीर सिंह के पिता को बार-बार वहीं पर बात करने के लिए मनाते हुए नजर आए। साथ ही साथ उन्होंने आरोप भी लगाया कि ये बीजेपी की चाल है कि उन्होंने जसबीर सिंह बंटी के पिताजी पर प्रेशर बनाया है।
तीनों ही पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद
कांग्रेस के मेयर पद के उम्मीदवार जसबीर सिंह बंटी को लेकर कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और बीजेपी आपस में लड़ते हुए दिखाई दिए। काफी संख्या में तीनों ही पार्टी के कार्यकर्ता नगर निगम कार्यालय पहुंच गए और अचानक इतनी भीड़ को देखते हुए पुलिस बल को मौके पर पहुंचना पड़ा। डीसीपी सेंट्रल गुरमुख सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वहीं, चंडीगढ़ बीजेपी के सीनियर नेता संजय टंडन, उपाध्यक्ष देवेंद्र बबला समेत कई कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे।
वहीं, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ प्रभारी डॉक्टर एसएस अहलूवालिया, पूर्व अध्यक्ष प्रेम गर्ग और कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। जहां पर बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जसबीर सिंह बंटी को ले जाने को लेकर खूब गहमागहमी होती हुई दिखी। बीजेपी नेता देवेंद्र बबला की ओर से आरोप लगाया गया कि जसबीर सिंह बंटी को किडनैप किया गया है। उनके पिताजी का उन्हें फोन आया था। वो बंटी को यहां पर छुड़वाने पहुंचे हैं और उनके पिताजी की मदद करने पहुंचे हैं।
18 जनवरी को है मेयर चुनाव
इस बीच, कार्यकर्ताओं की भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि पुलिस फोर्स को मौके पर आना पड़ा। चंडीगढ़ मेयर चुनाव 18 जनवरी को है और इससे पहले आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के एक साथ आने के बाद बीजेपी का प्रयास है कि किसी भी तरह से 8 साल से जारी जीत के सिलसिले को बरकरार रखा जाए।