चंडीगढ़: पंजाब में कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। दरअसल, यहां कांग्रेस की पंजाब इकाई को करारा झटका देते हुए पार्टी के पूर्व विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी शनिवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान की मौजूदगी में आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। बता दें कि गुरप्रीत सिंह जीपी फतेहगढ़ साहिब जिले के बस्सी पठाना विधानसभा क्षेत्र से 2017 में विधायक निर्वाचित हुए थे। हालांकि 2022 के विधानसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
मंत्री गुरमीत ने किया स्वागत
वहीं मान सरकार में मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने गुरप्रीत सिंह जीपी का पार्टी में स्वागत करते हुए कहा कि उनके आने से फतेहगढ़ साहिब में आप और मजबूत होगी। सिंह ने कहा कि कांग्रेस छोड़ने का मुख्य कारण पार्टी में 'अनुशासन की कमी' है। उन्होंने आगे कहा कि वह मान के काम से प्रभावित हैं। 'आप' में शामिल होने के बाद सिंह ने दावा किया कि ''मुझे भगवंत मान का काम पसंद है। वह एक ईमानदार नेता हैं, इसलिए मैं आप में शामिल हो रहा हूं। आज जमीनी स्तर पर लोग केवल आप के बारे में ही बात करते हैं।'' इस बीच हेयर ने कहा कि पार्टी के टिकट के संबंध में निर्णय पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति द्वारा लिया जाएगा।
पंजाब में नहीं है गठबंधन
दरअसल, पंजाब में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर बात नहीं बन सकी है। ऐसे में दोनों ही दल अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली और हरियाणा में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन बना हुआ है। आम आदमी पार्टी ने तो दिल्ली और हरियाणा की सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान भी कर दिया है। दिल्ली में जहां आप ने चार सीटों पर तो वहीं हरियाणा की एक सीट पर उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने अब तक प्रत्याशियों की सिर्फ एक लिस्ट जारी की है।
(इनपुट- भाषा)
यह भी पढ़ें-
लोकसभा चुनाव में किसी भी पार्टी के साथ 'तीसरे मोर्चे' पर मायावती का इनकार, बताई सच्चाई
बेंगलुरु विस्फोट के एक हफ्ते बाद दोबारा खुला रामेश्वरम कैफे, सुरक्षा के किए गए कड़े इंतजाम