संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) एवं किसान मजदूर मोर्चा ने चंडीगढ़ के किसान भवन में मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आगामी रणनीति का ऐलान किया। हरियाणा-पंजाब के बीच शंभू बॉर्डर पर डटे किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान किया है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि शंभू बॉर्डर खुलते ही किसान दिल्ली कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि हमें सिर्फ सामान इकट्ठा करने में समय लगेगा। उसके बाद हम दिल्ली की तरफ रवाना हो जाएंगे।
SSP कार्यालय का करेंगे घेराव
जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा, "हाई कोर्ट ने रास्ता खोलने का फैसला सुनाया। उसके बाद हरियाणा सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई। हमारे एक साथी नवदीप जलबेड़ा की रिहाई की मांग को लेकर 17 से 18 जुलाई को अंबाला में SSP कार्यालय का घेराव किया जाएगा। शुभकरण की मौत की जांच हरियाणा के एक IPS अधिकारी को सौंपी गई है। हरियाणा सरकार तो पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुकी है कि इस मामले की जांच से पुलिस का मनोबल गिरेगा और भविष्य में पुलिस एक्शन लेने से हिचकिचाएगी। अब इसी हरियाणा सरकार के एक पुलिस अधिकारी को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई है, इसलिए हमें न्याय की उम्मीद नहीं है, इसलिए हाई कोर्ट को इस पर दोबारा विचार करना चाहिए।"
"साबित हो गया कि हमने रस्ता नहीं रोका"
उन्होंने कहा, "हाई कोर्ट ने कहा कि शंभू बॉर्डर खोला जाए, लेकिन इसके खिलाफ सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई इससे ये साबित हो गया कि हमने रस्ता नहीं रोका। जैसे ही रास्ता खुलेगा हम दिल्ली की तरफ कूच करेंगे।" इस दौरान हरियाणा के किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने किसान आंदोलन के वक्त पुलिस की किसानों पर की गई कार्रवाई के वीडियो दिखाए। उन्होंने, "कहा पुलिस ने किसानों पर फायरिंग की। इसके सबूत हमारे पास वीडियो में साफ तौर पर मौजूद है। 22 जुलाई को देशभर के किसान संगठनों की दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में बैठक होगी। तमाम विपक्षी सांसदों को हमने अपने ज्ञापन पहले ही दिए हैं। हम तमाम विपक्षी सांसदों के साथ अपनी मांगों को लेकर बातचीत भी करेंगे। राहुल गांधी समेत तमाम विपक्ष के नेताओं को चिट्ठी लिखी है कि आने वाले संसद सत्र में प्राइवेट मेंबर बिल लेकर आए और बीजेपी के सांसदों को छोड़कर बाकी सांसदों से भी वक्त मांगा है।"
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