वन विभाग में घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने आज पंजाब के दो पूर्व वन मंत्रियों और कांग्रेस नेताओं साधु सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां के साथ ही कुछ और लोगों से संबंधित परिसरों में छापेमारी की है। ईडी को इन रेड्स के दौरान कुछ ‘आपत्तिजनक’ दस्तावेज मिले हैं। इसके साथ ही मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किये गए हैं। संघीय जांच एजेंसी ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसकी जांच राज्य वन विभाग में पेड़ों की कटाई के लिए मंजूरी देने और विभाग में तबादले-पदस्थापना के लिए रिश्वत लेने और कुछ अन्य आरोपों से संबंधित है।
पूर्व मंत्री समेत कई ठेकेदारों के यहां छापा
इसको लेकर ED ने कहा कि 30 नवंबर को धर्मसोत, गिलजियां, उनके सहयोगियों, वन विभाग के अधिकारियों और कुछ अन्य व्यक्तियों के पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में स्थित आवासीय परिसरों में छापेमारी की गई। गौरतलब है कि ईडी ने कथित वन घोटाले से जुड़े धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में दो दिन पहले ही पंजाब में राज्य के पूर्व वन मंत्री और कांग्रेस नेता साधु सिंह धर्मसोत और कुछ ठेकेदारों के परिसरों पर छापेमारी की थी। आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत राज्य में लगभग 14 स्थानों पर छापेमारी की गई। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई में 63 वर्षीय वन ठेकेदार धर्मसोत और कुछ अन्य के परिसर पर तलाशी ली गई।
साल की शुरुआत में गिरफ्तार हुए थे धर्मसोत
बता दें कि धर्मसोत (63) पांच बार विधायक रह चुके हैं और उन्हें आय से अधिक संपत्ति के कथित मामले में पंजाब सतर्कता ब्यूरो ने इस साल की शुरुआत में गिरफ्तार किया था। वहीं गिलजियां होशियारपुर जिले की उर्मर सीट से विधायक रह चुके हैं। एजेंसी ने कहा कि धनशोधन का मामला धनशोधन निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया था। ईडी ने कहा कि छापेमारी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज, मोबाइल फोन और डिजिटल उपकरण जब्त किए गए हैं।
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