चंडीगढ़ः ईडी ने शुक्रवार को कहा कि उसने पंजाब की एक शराब कंपनी और उसके पूर्व निदेशक गौतम मल्होत्रा के खिलाफ छापेमारी के दौरान 78 लाख रुपये की "बेहिसाब" नकदी और डिजिटल उपकरण जब्त किए हैं। गौतम मल्होत्रा शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के पूर्व विधायक दीप मल्होत्रा के बेटे हैं। यह छापेमारी 16 जुलाई को पंजाब, दिल्ली और मध्य प्रदेश में मालब्रोस इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सात ठिकानों पर शुरू की गई थी।
कंपनी पर लगे हैं ये आरोप
केंद्रीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि मनी लांड्रिंग का मामला पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा कंपनी के खिलाफ दायर एक आपराधिक शिकायत से उत्पन्न हुआ है, जिसमें कंपनी पर अपने कारखाना परिसर में और उसके आसपास मिट्टी और भूजल को "दूषित" करने को लेकर जल (प्रदूषण की रोकथाम और नियंत्रण) अधिनियम, 1974 की विभिन्न धाराओं का कथित उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है।
शिकायत मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, फिरोजपुर की अदालत में दायर की गई थी। एजेंसी ने कहा कि कंपनी ने फिरोजपुर में अपनी औद्योगिक इकाई के परिसर में "अवैध रूप से" स्थापित बोरवेल में औद्योगिक अपशिष्ट डाला, जिससे मिट्टी और पानी दूषित हो गया।
78.15 लाख रुपये बरामद
ईडी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप सार्वजनिक स्वास्थ्य जोखिम उत्पन्न हुआ और इसके परिसर में और उसके आसपास मवेशियों की मौत हो गई। उसने आरोप लगाया गया है कि "पर्यावरण अपराध के माध्यम से अर्जित धन का इस्तेमाल कंपनी की व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किया गया है। छापेमारी अभियान के परिणामस्वरूप डिजिटल डिवाइस, "अपराध सिद्ध करने वाले" दस्तावेज और कुल 78.15 लाख रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई।
स्थानीय लोगों और किसानों द्वारा कंपनी के खिलाफ आंदोलन के बाद जनवरी, 2023 में मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कारखाने को तत्काल बंद करने का आदेश दिया था। ईडी ने गौतम मल्होत्रा को पिछले साल फरवरी में दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।
इनपुट-भाषा