चंडीगढ़: पंजाब में कांग्रेस पार्टी के अंदर गुटबाजी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। गुटबाजी ने ही विधानसभा चुनावों में पार्टी को बुरी तरह से नुकसान पहुंचाया था और पार्टी सत्ता से बाहर हो गई थी। पार्टी अब विपक्ष में है और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है लेकिन अभी भी गुटबाजी अपने चरम पर है। दरअसल 1 फरवरी को पंजाब इलेक्शन कमिटी की बैठक हुई। इस बैठक से नवजोत सिंह सिद्धू नदारद रहे।
पार्टी से अलग बैठक कर रहे थे सिद्धू
बैठक से सिद्धू का नदारद रहने तक तो ठीक था लेकिन वह इस बैठक के पैरलल कुछ अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक कर रहे थे। जबकि नवजोत सिंह सिद्धू इलेक्शन कमिटी के मेंबर हैं। आलाकमान को जैसे ही सिद्धू की इस बैठक के बारे में जानकारी हुई वैसे ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भेज दिया गया। इलेक्शन कमिटी की इस बैठक में पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव ने भी भाग लिया था।
खरगे की रैली के बाद कार्रवाई संभव
जानकारी के अनुसार, अब पंजाब में 11 फरवरी को समराला में होने वाली कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की रैली के बाद सिद्धू पर एक्शन लिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि सिद्धू के खिलाफ एक्शन लेने के लिए पंजाब कांग्रेस के तमाम नेता प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के सामने एकजुट हुए हैं और माना जा रहा है कि पार्टी सिद्धू के खिलाफ कोई बड़ा कदम उठाएगी।