पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने प्रदेश की आम आदमी पार्टी सरकार पर निशाना साधते हुए उसे नशे की समस्या के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान से राज्य विधानसभा में इस समस्या पर विस्तृत चर्चा करने को कहा। इस मामले के बारे में पूछे जाने पर वडिंग ने कहा कि वह नशे की समस्या को रोकने के लिए राज्य सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं।
लुधियाना से नवनिर्वाचित सांसद वडिंग ने कहा कि हर बार कोई मुख्यमंत्री आता है और यह आंकड़े पेश करता है कि उसने इतने लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है। आप नशे को कैसे समाप्त करेंगे और लोगों को नशे से कैसे दूर करेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि केवल यह कहने से कि नशे से जुड़े मामलों में इतने लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इससे नशे की समस्या समाप्त नहीं होगा। उन्होंने दावा किया कि नशे की समस्या बढ़ती जा रही है। पंजाब में यह चार गुना बढ़ गई है।
"सभी दलों की भागीदारी से हो चर्चा"
नशे के ओवरडोज से होने वाली मौत के बारे में चिंता जाहिर करते हुए वडिंग ने जोर देकर कहा कि पंजाब विधानसभा में सभी दलों की भागीदारी के साथ इस समस्या पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए। वडिंग ने राज्य सरकार के निचले स्तर के पुलिसकर्मियों के तबादले के ताजा कदम पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ढाई साल बाद ये तबादले क्यों हुए। अगर आप गठजोड़ तोड़ने की बात करते हैं, तो मुझे लगता है कि कुछ लोगों को परेशान किया गया है। कुछ लोगों ने कांग्रेस को वोट दिया है।
पुलिसकर्मियों को लेकर साधा निशाना
कांग्रेस नेता ने कहा कि कई पुलिसकर्मियों की सेवा का अब केवल एक साल बचा रह गया है। उन्होंने कहा कि उन पुलिसकर्मियों ने अपना पूरा जीवन एक ही शहर में काम किया है और अब उन्हें दूसरे शहरों में भेजा जाएगा, जहां वे ठीक से काम नहीं कर पाएंगे। वडिंग ने आरोप लगाया कि हमारे पास खबर है कि यह स्थानांतरण इसलिए किया गया, क्योंकि पुलिसकर्मियों ने चुनावों में आप की मदद नहीं की।" उन्होंने तबादला आदेशों को वापस लेने की मांग की। आम आदमी पार्टी के सांसद और पंजाब इकाई के मुख्य प्रवक्ता मलविंदर सिंह कंग ने पंजाब कांग्रेस प्रमुख के बयान की आलोचना की और पूछा कि तबादलों से वह क्यों परेशान हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पुलिसकर्मी नशे के गठजोड़ का हिस्सा हैं, इसलिए इसकी रोकथाम के लिए मुख्यमंत्री ने तबादला करने का फैसला किया है।
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