चंडीगढ़ : पंजाब में भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री भगवंत मान और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच जमकर सियासी जंग चल रही है। पहले भगवंत मान ने आरोप लगाया कि आईपीएल खेल रहे पंजाब के एक क्रिकेटर ने उन्हें बताया है कि कैसे चरणजीत सिंह चन्नी ने उसे सरकारी नौकरी देने के नाम पर अपने भांजे के माध्यम से दो करोड़ रुपए रिश्वत की मांग की थी। मान ने उन्हें 31 मई दोपहर 2 बजे तक चरणजीत सिंह चन्नी को खुद सामने आकर इस पूरे मामले पर सफाई देने और माफी मांगने की डेडलाइन दी थी। अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को दी डेडलाइन खत्म होने के बाद बुधवार को खिलाड़ी को सार्वजनिक कर दिया।
खिलाड़ी के साथ आए भगवंत मान
भगवंत मान प्रेस कांफ्रेंस में खिलाड़ी के साथ आए और बताया कि धर्मशाला में मैच के दौरान उनकी मुलाकात किंग्स XI पंजाब के खिलाड़ी जसइंद्र सिंह से हुई थी। जसइंद्र ने बताया कि उनको एग्जाम स्पोर्ट्स कोटे में दिलाया गया और परिणाम जनरल कोटे में आया। जिस समय का ये मामला है, उस समय मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह थे। जिन्होंने गृह मंत्री को पत्र लिखा और कहा कि आपका काम हो जाएगा। कुछ समय बाद चरणजीत चन्नी मुख्यमंत्री बने तो उनके सामने भी इस केस को रखा गया।
भतीजे के माध्यम से चन्नी ने लिए पैसे-मान
भगवंत मान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, 'चन्नी ने कहा था कि मेरे भतीजे जश्न को मिल लो.. तुम्हारा काम बन जाएगा। जश्न से मिला तो उसने कहा "दो लेकर आओ.." कहकर दो दिन बाद बुलाया। वह दो लाख रुपये लेकर पहुंचा तो जश्न ने कहा दो करोड़ रुपये लाने को कहा था। इसके बाद जसइंद्र के साथ बदसलूकी की गई।' मुख्यमंत्री मान ने क्रिकेटर और उसके पिता के साथ चन्नी की तस्वीरें भी सार्वजनिक की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि चन्नी के भतीजे के ऊपर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही खिलाड़ी को सरकारी नौकरी दी जाएगी। जसइंद्र पंजाब की तरफ से रणजी ट्राफी में खेल चुके हैं।
मुझे बदनाम और मेंटली टॉर्चर कर रहे मान-चन्नी
सीएम भगवंत मान के आरोपों का जवाब देने के लिए पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी सामने आए और अपने भतीजे जश्न को भी आगे कर दिया। चन्नी ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर उन्हें बदनाम करने और मेंटली टॉर्चर करने का आरोप लगाया। चन्नी ने कहा कि जश्न पेशे से एक डॉक्टर है और उसका मेरे मुख्यमंत्री रहने के दौरान मेरे कामकाज में कोई दखल नहीं था। चन्नी ने कहा कि पहले भगवंत मान कह रहे थे कि पैसे मेरे भांजे को दिए गए और अब मेरे भतीजे का नाम ले रहे हैं।
पूर्व हॉकी खिलाड़ी परगट सिंह ने दिया नियमों का हवाला
चन्नी ने कहा कि नियमों के मुताबिक पंजाब सरकार फर्स्ट क्लास ऑफिसर की नौकरी क्रिकेटर जसइंद्र सिंह को दे ही नहीं सकती और भगवंत मान इस क्रिकेटर को नौकरी का झांसा देकर बेवजह ही उन्हें बदनाम कर रहे हैं। इस दौरान पूर्व हॉकी खिलाड़ी और कांग्रेस विधायक परगट सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने भी नियमों का हवाला देते हुए कहा कि सिर्फ भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रिप्रेजेंट करने वाले क्रिकेटर को ही पंजाब सरकार की ओर से फर्स्ट क्लास ऑफिसर की नौकरी ऑफर की जाती है, जैसे महिला क्रिकेटर हरमनप्रीत कौर और क्रिकेटर हरभजन सिंह को दी गई थी। लेकिन इस तरह की कैटेगरी के खिलाड़ी को सरकारी नौकरी नियमों को ताक पर रखकर नहीं दी जा सकती। ये पूरा मामला पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट भी गया था जहां पर क्रिकेटर जसइंद्र सिंह की याचिका को हाईकोर्ट ने खारिज कर दिया। इस पूरे मामले पर पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा ने तो मुख्यमंत्री भगवंत मान को भांड कह दिया और कहा कि वो आए दिन ऐसी नौटंकी करते रहते हैं और ये सब कुछ कांग्रेस नेताओं को बदनाम करने के लिए ही किया जा रहा है।
पंजाब के कांग्रेस नेता लगातार आरोप लगाते रहे हैं कि भगवंत मान सरकार कभी विजिलेंस का इस्तेमाल करके तो कभी भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगाकर उन्हें बदनाम करने का प्रयास कर रही है। इस पूरे मामले के बाद भी एक बार यही बात कांग्रेस नेताओं के द्वारा कही गई है।