पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान आज पंजाब के खन्ना के रहने वाले शहीद अग्निवीर अजय सिंह के घर पहुंचे और राज्य सरकार की और से एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता का चेक दिया। अग्निवीर अजय सिंह जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में शहीद हो गए थे। सीएम भगवंत मान ने इस मौके पर कहा कि ये हमारा चुनावी ऐलान था कि हम शहीदों के परिवार को एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता देंगे और शहीदों के परिवारों का ध्यान रखेंगे। मुख्यमंत्री भगवान मान ने कहा कि शहीद अजय की 6 बहने हैं और परिवार पर बेटे की शहादत के बाद काफी आर्थिक बोझ आ गया है। ऐसे में शहीद की एक बहन को सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके अलावा गांव में शहीद का बुत भी लगाया जाएगा।
बीजेपी और केंद्र सरकार पर साधा निशाना
इस दौरान सीएम भगवंत मान ने शहीद अजय सिंह के घर पर किसी भी बीजेपी नेता या केंद्र सरकार के मंत्री के ना पहुंचने पर कहा कि पंजाब को अपने शहीदों की कीमत पता है और हम जानते हैं कि देश को आजादी दिलवाने के लिए हमने कितनी शहादतें दी हैं। इसी वजह से हम अपने शहीदों का सम्मान करते हैं और अगर ये नेता भी यहां पर अफसोस करने पहुंचते तो उनका ही कद और भी बढ़ जाता। लेकिन इस मौके पर भगवंत मान ने किसी भी राजनीतिक सवाल का जवाब देने से इनकार कर दिया।
मान ने किए अग्निवीर योजना पर सवाल
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पंजाब में शहीद हो रहे अग्निवीरों को लेकर अग्निवीर योजना पर सवाल उठाया और कहा कि पंजाब के युवा सेना में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं, लेकिन वो 4 साल के लिए नहीं बल्कि लंबे वक्त तक सेना में काम करना चाहते हैं। लेकिन ना जाने केंद्र सरकार ने क्या सोचकर अग्निवीर योजना लागू की है। भगवंत मान ने कहा कि अग्निवीर जवानों को केंद्र सरकार ट्रेनिंग के साथ पढ़ाने की बात कर रही है, लेकिन मैं सवाल पूछता हूं कि क्या बॉर्डर पर जब हमारे जवान तैनात होंगे तो क्या साथ में वो किताबें रखकर पढ़ाई भी करेंगे।
गौरतलब है कि 23 साल के अग्निवीर अजय सिंह पंजाब के खन्ना में पड़ने वाले गांव रामगढ़ सरदार के रहने वाले थे। 19 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में एक बारूदी सुरंग में विस्फोट हुआ था। इस धमाके की चपेट में आने से अजय सिंह शहीद हो गए थे।
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