
चंडीगढ़: मेयर चुनाव को लेकर राजनीति गरमाई हुई है। इस चुनाव से पहले कांग्रेस की निगम पार्षद गुरबख्श रावत के बीजेपी में शामिल होने के बाद से कांग्रेस और AAP को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है। क्ऱॉस वोटिंग रोकने की कवायद के तहत पार्षदों के फोन तक की निगरानी हो रही है। आप पार्टी के पार्षदों को रोपड़ तो वहीं कांग्रेस के पार्षद लुधियाना शिफ्ट किए गए हैं।
क्रॉस वोटिंग नहीं होने पर AAP-कांग्रेस गठबंधन की जीत तय
दरअसल, गुरबख्श रावत के बीजेपी में शामिल होने से बीजेपी के वोटों संख्या बढ़कर 16 हो गई और कांग्रेस के पार्षद सात से घटकर छह रह गए हैं। वहीं, आप के 13 पार्षद हैं। एक वोट सांसद का रहेगा। गठबंधन के पास 20 वोट हैं। क्रॉस वोटिंग नहीं हुई तो आप-कांग्रेस गठबंधन की जीत अभी भी सुनिश्चित है। इस गठबंधन के पास चार वोटों की अभी भी बढ़त है। वहीं तीन वोट क्रॉस होते हैं तो मेयर का पद भाजपा छीन सकती है। दो वोट क्रॉस होने पर दोनों के पास 18-18 वोट होंगे। इस स्थिति में दोनों प्रत्याशी के नाम की पर्ची डाली जाएगी। जिसके नाम की पर्ची निकलेगी वह मेयर बनेगा। ऐसा दो वर्ष पहले हो चुका है।
कांग्रेस ने पार्षदों को ख़रीदने की कोशिश का लगाया आरोप
कांग्रेस का कहना है की बीजेपी धन बल का प्रयोग कर के पार्षदों को ख़रीदने की कोशिश कर रही है। उन्हें चंडीगढ़ से बाहर रखा गया है। वहीं दूसरी और बीजेपी इन आरोपों को ग़लत करार दे रही है बीजेपी का कहना है कि चंडीगढ़ के बाहर दोनों पार्टियां एक दूसरे को गाली दे रही हैं लेकिन चंडीगढ़ में गठबंधन की बात कर रहे हैं। इनके पार्षदों को अपने अंतरात्मा की आवाज सुननी चाहिए।
चंडीगढ़ के वार्ड नंबर 27 से पार्षद हैं गुरबख्श रावत
बता दें कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं निगम पार्षद गुरबख्श रावत चंडीगढ़ के वार्ड नंबर 27 से पार्षद हैं। बीजेपी की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष जितेंद्र पाल मल्होत्रा ने पार्टी नेताओं और पार्षदों की मौजूदगी में उनका पार्टी में स्वागत किया । रावत ने कहा कि वह केंद्र सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर बीजेपी में शामिल हुई हैं। चंडीगढ़ मे महापौर, वरिष्ठ उप महापौर और उप महापौर के पदों के लिए चुनाव 30 जनवरी को होना है। यहां आप और कांग्रेस, गठबंधन के तहत महापौर पद का चुनाव लड़ रहे हैं। आप के कुलदीप कुमार धलोर चंडीगढ़ के मौजूदा मेयर हैं।