पंजाब में लोकसभा चुनाव खत्म होने के बावजूद सियासी पारा गरमाया हुआ है। यहां जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है और सभी राजनीतिक दल इसकी तैयारी में जुटे हुए हैं। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के विधायक ने जीत हासिल की थी। हालांकि, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने पाला बदल लिया और बीजेपी में शामिल हो गए। पार्टी बदलने के चलते उन्हें अपने विधायक पद से भी इस्तीफा देना पड़ा। अब इसी सीट पर उपचुनाव हो रहा है।
जालंधर पश्चिम लोकसभा सीट पर पंजाब के मौजूदा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच साख की लड़ाई है। चरणजीत सिंह चन्नी जालंधर से सांसद भी हैं। यहां अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या भी काफी ज्यादा है। इसी वजह से भगवंत मान ने जालंधर में रहकर चुनावी तैयारी करने का फैसला किया है।
आगामी चुनाव तक जालंधर में रहेंगे भगवंत मान
भगवंत मान सिर्फ उपचुनाव के लिए जालंधर रहने के लिए नहीं आ रहे हैं। वह पूरे परिवार के साथ यहां आ रहे हैं और आगामी विधानसभा चुनाव तक यहां रहेंगे। पंजाब में 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में चन्नी तीन दिन जालंधर और चार दिन सीएम हाउस में रहेंगे। लोकसभा चुनाव 2024 में आम आदमी पार्टी को पंजाब में करारी हार झेलनी पड़ी और इससे सबक लेते हुए भगवंत मान ने पहले से ही विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के शीतल अंगुराल विधायक थे, लेकिन वह बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
बीजेपी-कांग्रेस के पास ही रही यह सीट
पंजाब की जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट हमेशा से बीजेपी या कांग्रेस के खाते में रही है। आम आदमी पार्टी ने पहली बार 2022 में यहां जीत दर्ज की थी। पंजाब में 2022 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की लहर थी। कई ऐसे उम्मीदवार भी चुनाव जीते थे, जिनके पास कोई राजनीतिक अनुभव नहीं था। अब 2027 में चन्नी के सामने अपनी सरकार बचाने की चुनौती होगी।