पटियाला: शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया ड्रग्स केस में शनिवार को पटियाला में पंजाब पुलिस की विशेष जांच दल (SIT) के समक्ष पेश हुए। मजीठिया ने SIT दफ्तर में जाने से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके खिलाफ मामला ‘राजनीति से प्रेरित’ है। मजीठिया इस महीने SIT के सामने दूसरी बार पेश हुए हैं। इससे पहले बिक्रम सिंह मजीठिया को 18 दिसंबर को बुलाया गया था और उनसे 7 घंटे से भी ज्यादा समय तक पूछताछ की गई थी।
मजीठिया ने CM भगवंत मान को दिया चैलेंज
SIT का नेतृत्व पटियाला क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुखविंदर सिंह छीना कर रहे हैं। मजीठिया ने अपने खिलाफ मामले को ‘राजनीति से प्रेरित’ बताते हुए कहा कि SIT प्रमुख छीना रविवार को अपने पद से रिटायर हो जाएंगे। अकाली नेता ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान से कहा कि वह उन्हें ‘निशाना’ बनाने के लिए अपने अधिकारियों का इस्तेमाल न करें। मजीठिया ने सीएम मान का नाम लेते हुये कहा, ‘अगर आप में हिम्मत है तो आप SIT के प्रमुख बनें।’ मजीठिया पर 20 दिसंबर 2021 को स्वापक औषधि और मन:प्रभावी पदार्थ यानी कि NDPS ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था।
2022 में मजीठिया को लगा था सियासी झटका
बता दें कि जब मजीठिया पर केस दर्ज किया गया था तब सूबे में कांग्रेस की सरकार थी और चरणजीत सिंह चन्नी मुख्यमंत्री थे। यह कार्रवाई मादक पदार्थ रोधी विशेष कार्य बल की 2018 में आई एक रिपोर्ट के आधार पर की गई थी और मोहाली पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज की गई थी। मजीठिया 5 महीने से ज्यादा समय तक पटियाला जेल में बंद रहे थे। इसके बाद पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने के बाद अगस्त 2022 में जेल से बाहर आ गये। 2022 में हुए पंजाब विधानसभा चुनावों में मजीठिया को सियासी झटका भी लगा था जब वह अमृतसर विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ते हुए तीसरे नंबर पर रहे थे। (भाषा)