पीयूष गोयल भारतीय जनता पार्टी के राजनेता और भारत के वर्तमान रेलमंत्री और कोयला मंत्रालय, भारत सरकार के प्रमुख मंत्री हैं। वें भूतपूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. वेदप्रकाश गोयल के पुत्र हैं। 13 जून 1964 को जन्में गोयल मोदी सरकार के हाई प्रोफाइल मंत्री माने जाते हैं। उनके पिता प्रकाश गोयल ने बहुत लंबे समय के लिए भाजपा में खजांची के तौर पर काम किया था। वो 1984 में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। भाजपा के सदस्य के रूप में अपने करियर के दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर काम किया। वह भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य भी थे।
भारत में बिजली उत्पादन की स्थिति में तेजी से सुधार आ रहा है। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मुताबिक इस साल अब तक बिजली उत्पादन वृद्धि दर साढ़े नौ प्रतिशत रही है।
केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने गुरूवार को एक मोबाइल एप पेश किया जिसका मकसद शहरी बिजली वितरण क्षेत्र का उपभोक्ताओं के साथ संपर्क बेहतर करना है।
सरकार मांग पर बिजली उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। सभी को बिजली उपलब्ध कराने के मकसद से सरकार की मंशा ऐसी योजना पेश करने की है
केंद्रीय बिजली एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि स्मार्ट शहरों का विकास भारतीय संदर्भों और जरूरतों के हिसाब से किए जाने की जरूरत है।
सरकार चालू वित्त वर्ष में कोयला आयात में कमी के जरिये 40,000 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा की बचत का लक्ष्य लेकर चल रही है।
पीयूष गोयल ने कहा कि सौर कार्यक्रम देश में ऊर्जा सुरक्षा को ही सुनिश्चित नहीं करेगा, सबसे निचले स्तर पर मौजूद अंतिम व्यक्ति तक बिजली पहुंचाएगा।
पीयूष गोयल ने महाराष्ट्र में कृषि संकट के लिए पूर्व कांग्रेस-एनसीपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। वहीं पानी पहुंचाने के लिए फड़णवीस की सराहना की।
भारत, अमेरिका के खिलाफ 16 मामले दायर करेगा। पीयूष गोयल ने कहा, डब्ल्यूटीओ के नियमों का उल्लंघन करते हुए अमेरिका ने सौर पैनल निर्माताओं को संरक्षण दिया है।
बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार 18,452 गांवों को बिजली पहुंचाने के लक्ष्य को मई 2018 के लक्ष्य से बहुत पहले अगले साल मार्च तक पूरा कर लेगी।
भारत में 24 घंटे बिजली का सपना पूरा करने के लिए 2030 तक पावर इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए सरकार 65 लाख करोड़ रुपए खर्च कर सकती है।
देश में अब कोयले की कमी के कारण कोई थर्मल पावर प्लांट बंद नहीं हो रहा और ना ही इसकी वजह से बिजली उत्पादन प्रभावित हुआ है। जल्द बिजली की किल्लत दूर होगी।
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