अरुण जेटली भारतीय राजनेता और केंद्र की अटल बिहारी बाजपेयी और नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री थे। राजनीति में पूरी तरह उतरने से पहले अरुण जेटली देश के तेज तर्रार वकील भी थे। अरुण जेटली का जन्म 28 दिसंबर 1952 को हुआ था, 24 अगस्त 2019 को अरुण जेटली ने इस दुनिया को अलविदा कहा।
इंडिया टीवी के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने अपने परम मित्र अरुण जेटली को रविवार को बीजेपी मुख्यालय में जाकर श्रद्धांजलि दी। अरुण जेटली का पार्थिव शरीर दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।
अरुण जेटली मेरे लिए सिर्फ नेता नहीं थे, मेरे दोस्त थे, दोस्त से ज्यादा मेरे मार्गदर्शक थे, अच्छे बुरे वक्त में। हर स्थिति में साथ रहने का अहसास दिलाने वाले गाइड थे।
अरुण जेटली प्रतिभा के धनी थे। आकर्षक व्यक्तित्व, कुशल वक्ता थे। उनकी हर सब्जैक्ट पर पकड़ थी। इसलिए हर कोई उन्हें पसंद करता था। जेटली दिल्ली हाईकोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे थे। सुप्रीम कोर्ट में बड़े बड़े केस लड़ रहे थे।
अरुण जेटली पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। दिल्ली के निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।
पूर्व वित्तमंत्री व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का अंतिम संस्कार रविवार को निगम बोध घाट पर अपराह्न् दो बजे किया जाएगा। जेटली के पार्थिव शरीर को उनके कैलाश कॉलोनी स्थित आवास पर ले जाया गया है।
इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली से हुई पहली मुलाकात का जिक्र अपने शो 'आज की बात' में किया।
भाजपा के कद्दावर नेता अरुण जेटली के चले जाने की खबर के बाद पूरे देश में गम के बादल छा गए हैं और तमाम लोगों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। विभाजन के बाद लाहौर से भारत आए एक सफल वकील के बेटे जेटली ने कानून की पढ़ाई की थी।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अरुण जेटली का निधन भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए एक असहनीय क्षति है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेता अरुण जेटली के निधन की खबर सुनकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेटली की पत्नी और उनके बेटे को फोन किया। बातचीत के दौरान भाजपा नेता के परिजनों ने प्रधानमंत्री से अपील की कि वह अपना विदेशी दौरा बीच में छोड़कर वापस न आएं।
सोलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने शनिवार को कहा कि अरूण जेटली के निधन के साथ ही देश ने एक प्रतिभाशाली सांसद, बुद्धिमान राजनेता और कानून के जानकार को खो दिया है जिनकी सलाह पर हर दल के लोग विश्वास करते थे।
देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। उनके निधन के बाद पूरे देश उन्हें श्रद्धांजलि दे रहा है।
पिछले कुछ सालों में गोपीनाथ मुंडे से लेकर सुषमा स्वराज तक बीजेपी को इन नेताओं के चले जाने से बड़े झटके लगे। कहना गलत नहीं होगा कि बीजेपी के लिए इन नेताओं की भरपाई करना आसान नहीं होगा।
भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली के निधन पर शोक जताते हुए पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शनिवार को कहा कि उनके निधन से पार्टी और केंद्र सरकार, दोनों को अपूरणीय नुकसान हुआ है।
रविवार सुबह उनका पार्थिव शरीर भाजपा मुख्यालय ले जाया जाएगा जहां राजनीतिक दलों के नेता उन्हें अंतिम विदाई देंगे। भाजपा मुख्यालय से पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए निगमबोध घाट ले जाया जाएगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे अरुण जेटली के लिए राजनीतिक हलकों में अनौपचारिक तौर पर माना जाता था कि वह ‘पढ़े लिखे विद्वान मंत्री’ हैं। पिछले तीन दशक से अधिक समय तक अपनी तमाम तरह की काबिलियत के चलते जेटली लगभग हमेशा सत्ता तंत्र के पसंदीदा लोगों में रहे, सरकार चाहे जिसकी भी रही हो।
प्रधानमंत्री मोदी ने जेटली की पत्नी और बेटे रोहन को फोन कर सांत्वना दी। जेटली के परिवार ने पीएम से दौरा रद्द नहीं करने का आग्रह किया।
अरुण जेटली के निधन की खबर पर इंडिया टीवी के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने दुख जताया।
पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को दुख जताया और कहा कि सार्वजनिक जीवन में जेटली के योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उन्होंने दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में आखिरी सांस ली।
जेटली के फेफड़ों में पानी जमा हो रहा था, जिसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत आ रही था। यही वजह है कि डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर रखा था। उन्हें सॉफ्ट टिशू सरकोमा था, जो एक प्रकार का कैंसर होता है।
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