अनिल विज बीजेपी के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री हैं। विज ने अपना पहला विधानसभा चुनाव 1990 में अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र से उस समय लड़ा जब पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सीट छोड़ दी और राज्यसभा सदस्य बन गईं। अनिल विज ने उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बने। 1991 के विधानसभा चुनावों में अनिल विज ने कांग्रेस उम्मीदवार बृज आनंद से 8,017 वोटों से हार गए। 1996 और 2000 में अनिल विज निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में खड़े हुए और दोनों बार जीत हासिल की। 1996 के चुनाव में विज ने कांग्रेस उम्मीदवार राज रानी को 6,090 वोटों से हराया। 2000 के चुनाव में विज ने बीजेपी के कबीर देव को 9,057 वोटों के अंतर से हराकर सीट जीती थी। हालांकि, 2005 में वह कांग्रेस उम्मीदवार देवेंद्र कुमार से महज 615 वोटों से चुनाव हार गए। इसके बाद अनिल विज भाजपा में लौट आए और 2009, 2014 और 2019 में लगातार तीन चुनाव जीते। 2014 से 2024 तक मनोहर लाल खट्टर सरकार में उन्होंने गृह, शहरी विकास, तकनीकी शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुष, खेल और युवा मामलों सहित कई मंत्रालय संभाले। वह 2024 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में फिर से अंबाला कैंट निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
संपादक की पसंद