सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के 2.5 प्रतिशत का चालू खाते का घाटा (CAD) चिंता की बात नहीं है और सरकार के पास विदेशी कोष की निकासी की वजह से पैदा हुए असंतुलन से निपटने को जरूरी ‘उपकरण’ हैं। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने मंगलवार को यह बात कही।
नोमुरा के अनुसार, भारत का चालू खाता घाटा (CAD) मौजूदा वित्त वर्ष में 40 अरब डॉलर यानी देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.5% रहने का अनुमान है।
देश का चालू खाता घाटा (CAD) 2017 में बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का 1.5 प्रतिशत हो जाने की आशंका है। नोमुरा की रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
भारत का सोने का आयात मौजूदा वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई अवधि में दोगुने से भी अधिक होकर 13.35 अरब डॉलर हो गया।
वर्ष 2017 की दूसरी छमाही में घरेलू मांग में तेजी आने की उम्मीद से वर्ष के दौरान चालू खाता घाटा बढ़कर 1.3% हो जाने का अनुमान है जो कि 2016 में 0.6 प्रतिशत था
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