इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी क्षेत्र की दो प्रमुख भारतीय कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) और इंफोसिस ने दुनियाभर के करीब 10 लाख कर्मियों को नए तकनीकी कौशल में निपुण करने के एक वैश्विक अभियान के लिए हाथ मिलाया है।
जार खुलते ही सेंसेक्स और निफ्टी नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। सेंसेक्स ने 34638.42 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है और निफ्टी 10690.25 के आलटाइम हाई पर पहुंचा है।
कार्यक्रम के तहत 1,150 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 11,30,43,478 इक्विटी शेयरों को वापस खरीदा गया। इसमें लेनदेन लागत को छोड़कर 13,000 करोड़ रुपये खर्च हुए
इंफोसिस ने फ्रांस की आईटी कंपनी कैपजेमिनी के कार्यकारी सलिल पारेख को अपना CEO और MD नियुक्त किया है। पारेख का कार्यकाल 2 जनवरी 2018 से शुरू होगा।
सेंसेक्स एक समय 33,468.30 अंक के निचले स्तर पर आने के बाद अंतिम घंटे में चले लिवाली के सिलसिले से लाभ में रहा। लाभ से 33,588.08 अंक पर बंद हुआ
सेंसेक्स की तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी उछाल आया और यह 65.95 प्वाइंट की तेजी के साथ 10,185 के स्तर पर बंद हुआ
नई दिल्ली। देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस का चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही का मुनाफा 3.3 प्रतिशत बढ़कर 3,726 करोड़ रुपए रहा है।
चालू वित्त वर्ष की सिंतबर तिमाही में दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी बजाज ऑटो का समेकित लाभ मामूली रूप से गिरकर 1,193.58 करोड़ रुपए रह गया।
महीनों चले विवाद के कारण सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी इंफोसिस (Infosys) का जुलाई-सितंबर की दूसरी तिमाही का परिणाम देरी से घोषित हो सकता है।
आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनी टेक महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने नंदन नीलेकणि का स्वागत अपने ट्वीट्स के जरिए किया है
नवनियुक्त चेयरमैन नंदन नीलेकणि ने यहां अपनी अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, बोर्ड कंपनी में पूर्ण स्थिरता लाने पर केंद्रित है।
दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस में दोबारा एंट्री लेने के बाद कंपनी के पूर्व सीईओ नंदन नीलेकणि का पहला रिएक्शन आया है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ नंदन नीलेकणि ने एक बार फिर से इंफोसिस में चेयरमैन के रूप में वापसी की है।
पई ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नंदन नीलेकणि को इंफोसिस में वापस लाने का फैसला सह-संस्थापक मिलकर करेंगे।
बंबई शेयर बाजार में आज सतर्कता भरे कारोबार में लगभग स्पाट बंद हुआ, सेंसेक्स और निफ्टी में बहुत ही मामूली बढ़त दर्ज की गई
सिक्का के जाने के बाद इंफोसिस का मार्केट कैप 2.36 लाख करोड़ से घटकर 1.99 लाख करोड़ आ गया था लेकिन नीलेकणि के आने की खबर से वापस 2.10 लाख करोड़ हो गया
इससे पहले निवेश सलाहकार कंपनी आईआईएएस ने कहा था कि नीलेकणि को इंफोसिस के गैर कार्यकारी चेयरमैन के रूप में वापस लाया जाना चाहिए।
Sebi का कहना है कि वह इंफोसिस के शेयर की कीमतों पर नजदीक से नजर रखे हुए है। कंपनी द्वारा बायबैक की घोषणा के बावजूद इसके शेयरों में 5% की गिरावट दर्ज की गई।
BSE के मुताबिक मंगलवार को इंफोसिस का मार्केट कैप घटकर 1.99 लाख करोड़ रुपए रह गया और शेयर का भाव करीब 5% की गिरावट के साथ 865 रुपए से भी नीचे लुढ़क गया
कई बड़े क्लाइंट्स सिक्का के सीईओ बनने के बाद ही कंपनी से जुड़े थे और अब क्योंकि सिक्का सीईओ नहीं है ऐसे में वे क्लाइंट भी कंपनी की सेवाएं बंद कर सकते हैं।
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