येस बैंक ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रवर्तकों के गिरवी रखे 65 लाख शेयरों को भुना लिया है।
येस बैंक ने शुक्रवार को कहा कि इरविन सिंह ब्रैच के नेतृत्व में आठ निवेशकों ने पूंजी की कमी से जूझ रहे निजी क्षेत्र के बैंक में दो अरब डॉलर निवेश करने में रुचि दिखाई है।
एसएंडपी बीएसई 500, एसएंडपी बीएसई 200 और एसएंडपी बीएसई 100 सहित कई अन्य इंडेक्स में भी बदलाव किया गया है।
बैंक ने एक्सचेंज को बताया कि कपूर, येस कैपिटल और मोर्गन क्रेडिट्स ने 13-14 नवंबर को खुले बाजार में 2.04 करोड़ शेयर या 0.80 प्रतिशत हिस्सेदारी को बेचा है।
बीएसई पर उपलब्ध बल्क डील डाटा के मुताबिक झुनझुनवाला ने येस बैंक के 1,29,50,000 शेयर खरीदे हैं, जो बैंक में 0.5 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है।
Yes Bank की जुलाई-सितंबर तिमाही में कुल आय भी घटकर 8,347.50 करोड़ रुपए रही
सेंसेक्स की कंपनियों में यस बैंक सबसे अधिक लाभ में रहा। उसके बाद भारतीय स्टेट बैंक का शेयर 7.19 प्रतिशत चढ़ गया।
रिजर्व बैंक ने बैंक के सह-प्रवर्तक राणा कपूर को मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशक के पद पर पुन: नियुक्त करने को मंजूरी देने से इंकार कर दिया था।
पंजाब और महाराष्ट्र को आपरेटिव (पीएमसी) बैंक घोटाले का खुलासा होने के बाद से सोशल मीडिया पर यस बैंक को लेकर अफवाहों का बाजार गरम है। यस बैंक ने बैंक की वित्तीय सेहत को लेकर सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहों और फर्जी खबरों के खिलाफ मुंबई पुलिस और साइबर सेल के पास शिकायत दर्ज कराई है।
अशोक कपूर की बेटी शगुन गोगोई ने कहा कि हम यस बैंक के साथ पूरी मजबूती से खड़े हैं। हम इस बैंक के नेतृत्व और इसके प्रबंधकों में पूरा भरोसा रखते हैं।
यस बैंक में ताजा बिकवाली के बाद कपूर और उनके ग्रुप की हिस्सेदारी घटकर 4.72 प्रतिशत रह गई है। पिछले महीने मोर्गन क्रेडिट ने यस बैंक में अपनी 2.3 प्रतिशत हिस्सेदारी 337 करोड़ रुपए में बेची थी।
औद्योगिक वृद्धि और मुद्रास्फीति जैसे वृहद आर्थिक आंकड़े जारी होने से पहले येस बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एक्सिस बैंक, मारुति सुजुकी, आईटीसी और टीसीएस के शेयरों में गिरावट से सेंसेक्स गुरुवार को भारी उतार-चढ़ाव के बाद 167 अंक गिर कर बंद हुआ।
पिछले महीने अगस्त में कपूर ने जापान की सॉफ्टबैंक प्रवर्तित और नोएडा स्थित मोबाइल पेमेंट स्टार्टअप पेटीएम के संस्थापक और सीईओ विजय शेखर शर्मा से मुलाकात की थी।
माइंडट्री का एकीकृत शुद्ध लाभ 30 जून 2019 को समाप्त तिमाही में 41.4 प्रतिशत घटकर 92.7 करोड़ रुपए रहा।
बैंक में कामकाज के कमजोर संचालन और ऋण संबंधी व्यवस्था से जुड़ी चिंताओं के कारण रिजर्व बैंक ने कपूर का कार्यकाल कम कर दिया था।
31 मार्च 2019 को समाप्त तिमाही में बैंक का ग्रॉस एनपीए दोगुना बढ़कर 3.22 प्रतिशत हो गया, जो 2017-18 की अंतिम तिमाही में 1.28 प्रतिशत था।
स्विफ्ट संदेश भेजने वाला एक वैश्विक सॉफ्टवेयर है, जिसका इस्तेमाल वित्तीय संस्थाएं लेनदेन के लिए करती हैं।
कपूर को 31 जनवरी तक बैंक के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ पद पर रहने की अनुमति दी गई है।
हाल ही में रिजर्व बैंक ने राणा कपूर को जनवरी 2019 तक यश बैंक से CEO & MD का पद छोड़ने का निर्देश दिया है
निजी क्षेत्र के यस बैंक की बोर्ड मीटिंग मंगलवार को आयोजित हुई, जिसमें बैंक के नए सीईओ की तलाश के लिए एक सर्च पैनल गठित करने का फैसला किया गया।
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