कंपनी के मुताबिक ये प्रतिबंध अस्थाई हैं
RBI के द्वारा नियुक्त प्रशासक के मुताबिक जमाकर्ताओं का पैसा सुरक्षित है और घबराने की ज़रूरत नहीं
भगवान जगन्नाथ के पास कुल 626.44 करोड़ रुपए की नगदी है, जिसमें से 592 करोड़ रुपए को येस बैंक में जमा रखा गया है।
कर्ज के जोखिम भरे फैसलों का पता चलने के बाद रिजर्व बैंक ने येस बैंक प्रबंधन में बदलाव पर जोर दिया था। येस बैंक में गड़बड़ी के बारे में वित्त मंत्री ने कहा, जांच एजेंसियों को भी येस बैंक में अनियमितताओं का पता चला है।
शेयर धारक या बैंक में पैसा जमा कराने वाले लोग इस पुनर्गठन योजना पर अपनी राय देना चाहते हैं वे सभी 9 मार्च तक अपने सुझाव दे सकते हैं।
बृहस्पतिवार को रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर रोक का ऐलान किया
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का कोई भी खाता किसी भी निजी बैंक के साथ नहीं है। महाराष्ट्र सरकार के सभी खाते केवल सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के साथ हैं।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद सुब्रमण्यम ने यहां संवाददाताओं से कहा कि रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है।
संकट में फंसे येस बैंक पर मौजूदा समय में रोक लगाने के निर्णय का बचाव करते हुए रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि बैंक से जुड़े मुद्दों का समाधान 'बहुत जल्दी' कर लिया जाएगा।
केंद्रीय बैंक शीघ्र ही संकटग्रस्त बैंक के लिए समाधान योजना लेकर आएगा, और इसे 30 दिन की निर्धारित समय सीमा के भीतर ही पूरा किया जाएगा।
येस बैंक को लेकर आरबीआई गवर्नर ने कहा कि येस बैंक पर निर्णय व्यापक स्तर पर लिया गया है न कि एक व्यक्तिगत इकाई के स्तर पर।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर बैंक का शेयर गुरुवार के मुकाबले शुक्रवार को लगभग 45 प्रतिशत तक लुढ़का है। लेकिन यह गिरावट सिर्फ एक दिन की नहीं है, बैंक के शेयर में पिछले लगभग एक साल से एकतरफा गिरावट देखी जा रही है।
रिजर्व बैंक ने येस बैंक के लिए अधिस्थगन आदेश जारी किया है। जिसके मुताबिक तय अवधि तक येस बैंक बिना रिजर्व बैंक की आज्ञा के किसी भी जमाकर्ता को 50 हजार रुपये से ज्यादा की रकम नहीं दे सकता।
एसबीआई बोर्ड ने नकदी संकट से जूझ रहे येस बैंक में निवेश के लिए 'सैद्धांतिक' स्वीकृति दे दी है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के केंद्रीय बोर्ड ने गुरुवार को एक बैठक में मामले पर चर्चा की।
रिजर्व बैंक के द्वारा जारी आदेश के मुताबिक ये सीमा 5 मार्च 2020 को शाम 6 बजे से लागू हो चुकी है और 3 अप्रैल 2020 तक जारी रहेगी। रिजर्व बैंक के निर्देश के मुताबिक ये सीमा बचत, चालू या किसी भी अन्य खाते पर लागू रहेगी। वहीं अगर एक जमाकर्ता बैंक में एक से ज्यादा खाते रखता है तो भी सभी खाते से कुल निकासी भी इस सीमा के अंदर ही रहेगी।
YES Bank ने चालू संकट के कारण दिसंबर 2019 तिमाही के वित्तीय नतीजों को घोषित करने के लिए और अतिरिक्त समय मांगा है।
निजी क्षेत्र के चौथे सबसे बड़े बैंक येस बैंक ने पहले कहा था कि वह तीसरी तिमाही के वित्तीय आंकड़ों को देरी से जारी करेगा क्योंकि वह चार निवेशकों से प्राप्त अभिरुचि पत्र का आकलन कर रहा है।
हालांकि पिछले महीने कुमार ने कहा था कि यह सवाल ही पैदा नहीं होता कि एसबीआई येस बैंक के लिए कुछ करेगा।
येस बैंक के स्वतंत्र निदेशक उत्तम प्रकाश अग्रवाल ने कंपनी संचालन में आती गड़बड़ियों और अन्य मामलों पर गंभीर चिंताएं जताते हुए पद से इस्तीफा दे दिया है।
पूंजी की कमी के कारण निजी क्षेत्र के बैंक का बही-खाता सितंबर तिमाही में कमजोर हुआ।
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