बजट का जिक्र आते ही वित्त मंत्रियों के लम्बे-चौड़े और उबाऊ बजट भाषण दिमाग में तैरने लगते हैं, लेकिन कई बार वित्त मंत्री बजट भाषण पढ़ते-पढ़ते शायर बनकर शायरियां भी पढ़ने लगते हैं। ये शायरियां बजट भाषण से ज्यादा चर्चा में रहती हैं।
एक परंपरा बजट पेश करने के समय को लेकर भी थी, जो कि 2001 में तत्कालीन वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने खत्म की थी। Y2K यानि वर्ष 2000 तक देश का आम बजट शाम 5 बजट पेश होता था।
कोबरा पोस्ट के स्टिंग के अनुसार दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (डीएचएफएल) ने बैंकों से कुल 97,000 करोड़ रुपए का कर्ज जुटाया। बाद में कई फर्जी कंपनियों के माध्यम से उसने इसमें से कथित तौर पर 31,000 करोड़ रुपए की हेराफेरी की।
एक परंपरा बजट पेश करने के समय को लेकर भी थी, जो कि 2001 में तत्कालीन वित्तमंत्री यशवंत सिन्हा ने खत्म की थी। Y2K यानि वर्ष 2000 तक देश का आम बजट शाम 5 बजट पेश होता था।
भारत के आर्थिक ग्रोथ के उंचे आंकड़ों को संदेह की नजर से देखने वालों में पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा भी शामिल हो गए। सरकार को स्पष्टीकरण देना चाहिए।
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