वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश करते हुए बताया कि भारत अब दुनिया की पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई है।
साल 2019 के दौरान भारत में सोने की मांग में 9 फीसदी की गिरावट देखने मिली है
दुनियाभर में साइबर अपराध और डेटा चोरी की बढ़ती घटनाओं के बीच एक अध्ययन में दावा किया गया है कि इसकी एक बड़ी वजह पासवर्ड का चोरी हो जाना या कमजोर पासवर्ड होना है।
आईएमएफ के बाद अब वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने भी भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को लेकर अपना अनुमान घटाते हुए बड़ा बयान दिया है।
दावोस में विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की 50वीं सालाना बैठक शुरू होने जा रही है।
स्विटजरलैंड के दावोस में विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (डब्ल्यूईएफ) की 50वीं सालाना बैठक होगी। 21 से 24 जनवरी 2020 तक वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक चलेगी।
ईरान और अमेरिका में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान के बाद दुनिया के बाजारों ने राहत की सांस ली है। भारतीय शेयर बाजार गुरुवार को हरे निशान के साथ खुला।
विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2019-2020 में भारत के लिए पांच प्रतिशत विकास दर का अनुमान लगाया है।
इराक के बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिकी एयर स्ट्राइक से दुनिया भर के शेयर बाजारों में खलबली मच गई है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ज्यादातर बाजारों में गिरावट के साथ कारोबार हो रहा है।
देश में कच्चे इस्पात का उत्पादन नवंबर में 2.8 प्रतिशत घटकर 89.34 लाख टन रहा। यह लगातार दूसरा महीना है जब कच्चे इस्पात का उत्पादन कम हुआ है।
विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की 50वीं सालाना बैठक का आयोजन 20 से 24 जनवरी 2020 के दौरान स्विट्जरलैंड के रिसॉर्ट शहर दावोस में होने वाला है।
फोर्ब्स की 'द रियल टाईम बिलियनेयर्स लिस्ट' के अनुसार रिलायंस उद्योग के चेयरमैन मुकेश अंबानी विश्व के 9वें सबसे धनी व्यक्ति हैं।
OECD के अनुसार दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका में 2021 में वृद्धि दर 2.0 प्रतिशत रह सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के पहले नौ महीने में देश की सोने की कुल मांग गिरकर 496.11 टन रह गई। एक साल पहले जनवरी-सितंबर में यह आंकड़ा 523.9 टन था।
आर्थिक नरमी और स्थानीय स्तर पर ऊंची कीमतों की वजह से भारत की सोने की मांग पिछले साल के मुकाबले इस साल सितंबर तिमाही में 32 प्रतिशत घटकर 123.9 टन पर आ गई है।
मोदी सरकार की मेक इन इंडिया योजना और अन्य सुधारों ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है।
भारत में 1990 के बाद से गरीबी के मामले में स्थिति में काफी सुधार हुआ है और इस दौरान उसकी गरीबी दर आधी रह गई। भारत ने पिछले 15 साल में 7 प्रतिशत से अधिक की आर्थिक वृद्धि दर हासिल की है।
वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। इसके बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था अब भी व्यापक संभावनाओं के साथ तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनी हुई है।
आईएमएफ के बाद अब विश्व बैंक ने रविवार को चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत का ग्रोथ रेट अनुमान घटा दिया है। विश्व बैंक के मुताबिक, भारत की विकास दर 6 फीसदी रह सकती है।
भारतीय अर्थव्यवस्था पहले से ही मंदी की चपेट में है। इसी बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने विश्व व्यापार में और भी गिरावट की आशंका व्यक्त की है।
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