कई देश उन कर्जों से जूझ रहे हैं जो उन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर लिए थे। आईएमएफ के मुताबिक, इस साल दुनिया भर में सरकारी कर्ज 1,00,000 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच जाएगा।
विश्व बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया क्षेत्र के बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार भारत की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 में 7 प्रतिशत पर मजबूत रहने की उम्मीद है। सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी। कृषि में अपेक्षित सुधार के कारण ग्रामीण निजी खपत में सुधार होगा।
रिपोर्ट कहती है, ‘‘भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बना रहेगा लेकिन इसके विस्तार की रफ्तार धीमी होने की संभावना है।
आईएमएफ ने उम्मीद जताई थी कि वर्ष 2024 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 3.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। इसके अलावा वर्ष 2025 में भी यही वृद्धि दर रहने का अनुमान जताया गया है।
World Bank on Indian Economy: वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर को अपने ताजा अनुमान में बढ़ाया है। 2024 के लिए जारी हुए नए अनुमान में 1.2 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
पाकिस्तान को कर्ज देने वाले बहुपक्षीय संस्थानों में विश्व बैंक 30.6 करोड़ डॉलर के साथ सबसे आगे रहा जबकि चीन 50.9 करोड़ डॉलर के साथ अग्रणी द्विपक्षीय ऋणदाता बनकर उभरा।
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगले कुछ साल इस वृद्धि दर को आसानी से बनाए रख सकते हैं।'' भारत की जीडीपी वृदि दर 2022-23 में 7.2 फीसदी रही थी, जो 2021-22 के 9.1 फीसदी से कम है। हालांकि, कच्चे तेल में उछाल से भारत का चालू खाता घाटा बढ़ा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 1
बंगा ने विश्व अर्थव्यवस्था के परिदृश्य पर कहा कि अगले साल की शुरुआत में सुस्ती को लेकर अधिक जोखिम दिख रहा है। हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था को अपनी घरेलू खपत के दम पर राहत मिल सकती है।
Ajay Banga: भारत के दौरे पर आए विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने गुजरात के गांधीनगर में गरीबी को लेकर अपना नजरिया पेश किया है और दुनिया को सोचने पर विवश कर दिया है।
विश्व बैंक के नव-नियुक्त अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा, गरीबी को कम करने और अमीर बढ़ाने का एकमात्र तरीका रोजगार है। वृद्धि दर धीमी होने का मतलब है कि रोजगार सृजन भी मुश्किल होगा।
बंगा विश्व बैंक की अध्यक्षता करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं। वह डेविड मालपास के स्थान पर आए हैं, जिन्होंने फरवरी में इस्तीफा देने का फैसला लिया था।
Who is Ajay Banga: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने विश्व बैंक के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स द्वारा अजय बंगा को उनके शानदार नेतृत्व के लिए बधाई दी है। आइए जानते हैं कि कौन है अजय बंगा, जिनकी चर्चा आज पूरी दुनिया कर रही है।
Bangladesh World Bank Loan: बांग्लादेश के लंबे समय से पेंडिंग मामले पर विश्व बैंक ने आखिरकार मुहर लगा दी है। बैंक ने 1.25 बिलियन डॉलर का लोन देते हुए कुछ नियम फॉलो करने का आदेश दिया है।
रिपोर्ट में कहा गया कि चालू खाता घाटा 2023-24 में कम होकर 2.1 प्रतिशत पर आ सकता है, जो तीन प्रतिशत था।
वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में यह चिंता व्यक्त की गई है बीते 30 साल के दौरान दुनिया की कई बड़ी अर्थव्यवस्थाएं कमजोर हुई हैं, जिसका असर मौजूदा दशक में दिशाई देगा।
भारत में, बंगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, विदेशी मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात करेंगे। ये चर्चाएं भारत की विकास प्राथमिकताओं, विश्व बैंक और वैश्विक आर्थिक वृद्धि के लिए चुनौतियों पर केंद्रित होंगी।
अजय फिलहाल दुनिया की सबसे बड़ी प्राइवेट इक्विटी फर्मों में से एक जनरल अटलांटिक के वाइस-चेयरमैन है। इससे पहले वह दिग्गज क्रेडिट कार्ड कंपनी मास्टरकार्ड के एग्जिक्यूटिव चेयरमैन और सीईओ थे।
World Bank David Malpass: डेविड मलपास ने घोषणा की है कि वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं। उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई है। बता दें कि उन्होंने पहले विश्व में मंदी को लेकर आशंका व्यक्त की थी।
पूरी दुनिया में मंदी आने जा रही है। विश्व बैंक ने अपनी सालाना रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस साल उसने विश्व की ग्रोथ रेट भी घटा दी है।
एक तरफ पूरी दुनिया मंदी की संकट को लेकर चिंतित है तो दूसरी तरफ विश्व की निगाहें भारत के विकास पर टिकी हुई है। कुछ लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज हैं कि क्या भारत भी मंदी के चपेट में आने जा रहा है?
लेटेस्ट न्यूज़