स्वच्छ ऊर्जा पैदा करने के दिशा में तेजी से सफलता मिल रही है। इससे न सिर्फ प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी बल्कि क्रूड पर निर्भरता भी खत्म होगी। ऐसा होने से भारत का विदेशी मुद्रा बचेगा।
पवन ऊर्जा टरबाइन बनाने वाले सुजलॉन समूह को तमिलनाडु में 50.4 मेगवाट की परियोजना का ठेका मिला है। कंपनी को यह ठेका बेंगलुरू की एट्रिया पावर ने दिया है।
भारत में पहली पवन ऊर्जा प्रोजेक्ट के लिए आयोजित नीलामी में पवन ऊर्जा की दर 3.46 रुपए प्रति यूनिट के रिकॉर्ड निम्न स्तर पर पहुंच गई।
लेटेस्ट न्यूज़