कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कई पूंजीपतियों के कर्ज बट्टे खाते में डालने से जुड़ी रिपोर्ट को लेकर गुरुवार को कहा कि आरबीआई को नीरव मोदी, मेहुल चोकसी और विजय माल्या जैसे भगोड़ों से कर्ज की वसूली के लिए कदम उठाना चाहिए।
देश के बैंकों ने तकनीकी तौर पर 50 बड़े विलफुल डिफाल्टर्स के 68,607 करोड़ रुपए के कर्ज की बड़ी राशि को को बट्टा खाते में डाल दिया है।
कोलकाता स्थित यूको बैंक ने रविवार को बिड़ला सूर्या लिमिटेड के निदेशक यशोवर्धन बिड़ला को विलफुल डिफॉल्टर (सुविचारित चूककर्ता) घोषित किया।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के जान बूझकर ऋण नहीं चुकाने वाले (विलफुल डिफॉल्टर्स) बड़े कर्जदारों का बकाया जून में 0.87% कम हुआ है । यह 30 जून तक घटकर 15,354.52 करोड़ रुपए रह गया। बैंक के आंकड़ों के अनुसार मई अंत तक यह बकाया 15,490 करोड़ रुपए था।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) के बड़े कर्जदारों द्वारा जानबूझ कर नहीं चुकाए जाने वाले बड़े कर्जदारों की राशि अप्रैल अंत में बढ़कर 15,199.57 करोड़ रुपए हो गई।
घोटाले की मार झेल रहे पंजाब नेशनल बैंक (PNB) का जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाले बड़े चूककर्ताओं (डिफॉल्टर्स) की देनदारी इस वर्ष मार्च में बढ़कर 15,171.91 करोड़ रुपए हो गयी है, जो कि पिछले महीने से 1.8 प्रतिशत अधिक है। इसमें नाफेड (Nafed) का नाम भी शामिल है।
जानबूझकर बैंकों का कर्ज न लौटाने वालों के खिलाफ शिकंजा कसते हुए सरकार ने सार्वजनिक बैंकों से ऐसे कर्जदारों के नाम और उनकी तस्वीर सार्वजनिक करने को कहा है।
PNB के आंकड़े के अनुसार बैंक से 25 लाख रुपये से अधिक का कर्ज ले चुके कर्जदारों पर 31 जनवरी 2018 तक कुल 14,593.16 करोड़ रुपये बकाया था।
अरुण जेटली ने कहा कि इनसोल्वेंसी और बैंकरप्सी कोड के लिए लाए गए अध्यादेश की वकालत करते हुए कहा कि इसका उद्देश्य एक साफ और प्रभावी सिस्टम तैयार करना है।
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने 1,444 ऐसे डिफॉल्टरों पर कार्रवाई की है। इन पर 20,943 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है।
सार्वजनिक बैंकों का कहना है कि जानबूझ कर कर्ज नहीं चुकाने वालों कर्जदारों (विलफुल डिफॉल्टरों) पर उनके बकाया कर्ज में 20 प्रतिशत की वृद्धि हुई है!
सार्वजनिक क्षेत्र की बैंकों से सौ करोड़ रुपए से अधिक का ऋण लेने वाले विलफुल डिफॉल्टर्स की संख्या 129 थी, जिन्होंने 28,525 करोड़ रुपए का कर्ज लिया है।
बैंकों का कर्ज लेकर नहीं लौटाने वाले केवल 57 कर्जदारों पर ही 85,000 करोड़ रुपए का बकाया है। कोर्ट ने आरबीआई से पूछा नाम सार्वजनिक क्यों नहीं किया जाए।
एआईबीईए ने 5,610 विलफुल डिफॉल्टर्स की लिस्ट जारी की है, जिन पर मार्च 2016 तक संयुक्तरूप से सरकारी और प्राइवेट बैंकों का कुल 58,792 करोड़ रुपया बकाया है।
अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) ने जानबूझकर कर्ज नहीं लौटाने वाले 7,000 से अधिक कॉर्पोरेट ऋणधारकों के नाम सार्वजनिक करने की धमकी दी है।
विलफुल टैक्स डिफॉल्टर्स (जानबूझ कर टैक्स न चुकाने वाले) पर लगाम कसने के लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कड़े कदम उठाने का फैसला किया है।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने आज 913 विलफुल डिफॉल्टर्स की सूची जारी की। इसमें किंगफिशर एयरलाइंस और नेफेड भी शामिल हैं।
बाजार नियामक सेबी ने चूककर्ताओं से 55,000 करोड़ रुपए से अधिक की वसूली की प्रक्रिया शुरू की है जो गैरकानूनी धन जुटाने की योजना पर शिकंजा कसने से जुड़ा है।
कोर्ट ने आरबीआई से कहा कि कंपनियां, कॉर्पोरेट घराने और बड़े बिजनेसमैन हजारों करोड़ का लोन लेकर दिवालिया हो जाते हैं और बैंक उनसे सेटलमेंट करते हैं।
विलफुल डिफॉल्टर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए सेबी ने ऐसे लोगों को स्टॉक तथा बांड के जरिये बाजार से धन जुटाने से प्रतिबंधित करने का फैसला किया है।
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