सरकारी आंकड़ों के मुताबिक जुलाई में खाद्य पदार्थों की मुद्रास्फीति 6.15 प्रतिशत रही, जो इससे पूर्व के माह यानि जून में 6.98 प्रतिशत थी।
मई महीने की तुलना में थोक मुद्रास्फीति दर जून में कम रही। थोक मुद्रास्फीति जून में कमी के साथ 2.02 प्रतिशत पर रही।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार ने पिछले पांच साल लगातार मुद्रास्फीति पर नियंत्रण रखा और आगे भी सरकार इस पर अंकुश बनाये रखेगी।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति में पिछले पांच वर्ष से लगातार गिरावट आ रही है।
फरवरी महीने में थोक मुद्रास्फीति 2.93 प्रतिशत तथा पिछले साल मार्च महीने में 2.74 प्रतिशत रही थी। मार्च 2019 के दौरान खाद्य पदार्थों और सब्जियों के दाम में तेजी देखने को मिली।
ईंधन, बिजली एवं प्राथमिक वस्तुओं की कीमतें बढ़ने से फरवरी महीने में थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 2.93 प्रतिशत पर पहुंच गयी।
थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति दिसंबर में आठ महीने के निचले स्तर पर जाकर 3.80 प्रतिशत रही।
उत्पादक राज्यों से आपूर्ति घटने की वजह से पिछले 10 दिनों के भीतर राष्ट्रीय राजधानी में प्याज की थोक कीमतों में 7 से 10 रुपए प्रति किलो तक की बढ़ोतरी हो चुकी है।
आम लोगों पर पड़ रही महंगाई का असर अब आंकड़ों में भी दिखाई देने लगा है। सितंबर में थोक मल्य सूचकांक 5.13% (अनुमानित) पर पहुंच गया।
अगस्त के दौरान देश में थोक महंगाई दर (WPI) 4.53 प्रतिशत दर्ज की गई है, इससे पहले जुलाई के दौरान यह दर 5.09 प्रतिशत थी
रिटेल क्षेत्र की अमेरिकी कम्पनी वालमार्ट ने आज उत्तर प्रदेश में अपना पहला बिजनेस-टू-बिजनेस फुलफिलमेंट सेंटर (एफसी) खोलने का एलान किया।
थाइलैंड की थोक बिक्री कारोबार करने वाली कंपनी सियाम मैक्रो भारत में अपनी शत प्रतिशत स्वामित्व वाली कंपनी लॉट्स होलसेल साल्यूशंस के जरिए अपना पहला थोक बिक्री स्टोर दिल्ली में खोलने जा रही है।
देश के थोक महंगाई दर (WPI) में जून महीने में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी हुई है। जून में यह चार साल के उच्चतम स्तर 5.77 फीसदी पर रही जबकि मई में यह 4.43 फीसदी थी। अगर हम पिछले वर्ष के समान महीने की बात करें तो यह 0.90 फीसदी थी।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से देशभर में महंगाई बढ़ने लगी है। वाणिज्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए ताजा आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल के दौरान थोक महंगाई दर (WPI) 4 महीने के ऊपरी स्तर पर दर्ज की गई है।
देश में इस साल चीनी उत्पादन के सारे रिकॉर्ड टूटने जा रहे हैं, चीनी मिलों के संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (ISMA) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक चालू चीनी वर्ष 2018-19 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान कुल चीनी उत्पादन 315-320 लाख टन रह सकता है।
थाइलैंड की खुदरा कंपनी सियाम मेकरो पीसीएल ने आज भारत में थोक कैश एंड कैरी बाजार में उतरने की घोषणा की है और इसके लिए संपूर्ण अपने नियंत्र में स्थानीय कंपनी स्थापित कर रही है। इससे 5,000 प्रत्यक्ष और परोक्ष रोजगार सृजित होंगे।
थोक महंगाई दर में कमी आने से भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से मौद्रिक नीति के कठोर होने की आशंका कुछ कम हुई है। यानि होमलोन और कारलोन की दरों में बढ़ोतरी होने की आशंका घट गई है
नवंबर में लासलगांव में प्याज का थोक दाम 25 महीने के ऊपरी स्तर 3511 रुपए प्रति क्विंटल हो गया था लेकिन अब दाम घटकर 2500 रुपए पर आ गया है
वॉलमार्ट ने नए स्टोर खोलने के लिए 20 नई जगहों के लिए करार किया है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि वह नए स्टोर अगले साल से खोलना शुरू करेगी।
देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को प्याज का रिटेल भाव 63 रुपए, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 45 रुपए और गुजरात के अहमदाबाद में 32 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
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