मजबूत वैश्विक मांग और आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की ओर से लगातार खरीदारी बढ़ने से सोने की कीमत में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
डब्ल्यूजीसी ने कहा कि आरबीआई द्वारा की गई यह खरीद 2023 की इसी अवधि की तुलना में पांच गुना बढ़ोतरी को दर्शाती है। डब्ल्यूजीसी ने आगे कहा कि उभरते बाजार के केंद्रीय बैंकों ने बाजार पर अपना दबदबा बनाए रखा है, जिसमें तुर्की और पोलैंड ने जनवरी-अक्टूबर 2024 तक क्रमशः 72 टन और 69 टन अपने स्वर्ण भंडार में जोड़े हैं।
भारत में सोने की मांग इस तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 19 प्रतिशत बढ़कर 85,010 करोड़ रुपये की हो गई। जुलाई-सितंबर, 2021 की तिमाही में भारत में 71,630 करोड़ रुपये मूल्य के सोने की मांग रही थी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि परिवार पहले की तुलना में कम बचत कर रहे हैं, जिससे वे सोने पर कम खर्च कर रहे हैं।
अप्रैल-जून तिमाही में वैश्विक सोने की मांग में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाले एक प्रतिशत की गिरावट हुई और यह 955.1 टन रही।
जनवरी-मार्च 2021 के दौरान स्वर्णाभूषणों की कुल मांग 39 प्रतिशत बढ़कर 102.5 टन पर पहुंच गई। एक साल पहले यह 73.9 टन रही थी।
2020 में सिर्फ सोने की मांग में ही गिरावट नहीं आई है बल्कि इसकी सप्लाई भी घटी है, WGC के अनुसार 2020 में दुनियाभर में कुल 4633 टन सोने की सप्लाई दर्ज की गई है जो 2019 के मुकाबले 4 प्रतिशत कम है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक सितंबर तिमाही के दौरान सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में सोने की मांग में गिरावट देखने को मिली है, सितंबर तिमाही दुनियाभर में सोने की मांग में 19 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली है और कुल 892.3 टन सोने की मांग दर्ज की गई है।
सोने के बार और सिक्कों में निवेश 11 साल के निचले स्तर पर पहुंचा
अमेरिकी डॉलर में कमजोरी से निवेशकों का रुझान निवेश के सुरक्षित साधन के तौर पर सोने के प्रति बना हुआ है।
कीमतों में उतार-चढ़ाव और कोरोना वायरस की वजह से छायी आर्थिक अनिश्चिता के चलते जनवरी-मार्च तिमाही में देश की स्वर्ण मांग 36 प्रतिशत घट गयी।
सरकार की योजना, देश के प्रत्येक जिले में हॉलमार्किंग केंद्र स्थापित करने की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2019 के पहले नौ महीने में देश की सोने की कुल मांग गिरकर 496.11 टन रह गई। एक साल पहले जनवरी-सितंबर में यह आंकड़ा 523.9 टन था।
त्योहारी एवं वैवाहिक मौसम तथा आकर्षक कीमत के कारण इस साल अप्रैल-जून तिमाही में देश में सोने की मांग 13 प्रतिशत बढ़कर 213.20 टन पर पहुंच गयी।
ईंट और सिक्कों की मांग में 12 प्रतिशत की कमी देखी गई।
रुपए की मजबूती तथा स्थानीय स्तर पर सोने की कीमतों में गिरावट की वजह से पहली तिमाही में सोने की मांग बढ़कर 159 टन पर पहुंच गई।
भारत में ज्वैलरी के लिए सोने की मांग में 10 प्रतिशत और निवेश के लिए 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई है
देश में उद्योग संगठन ASSOCHAM और वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की हाल में जारी हुई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है
रिजर्व बैंक के बाद अब वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने रिपोर्ट जारी की है जिसमें कहा गया है कि जुलाई के दौरान भारत ने 6.8 टन सोने की खरीद की है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान में सोने का आधिकारिक रिजर्व 64.6 टन है और वह दुनियाभर में गोल्ड रिजर्व के मामले में 44वें स्थान पर है।
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