नवंबर में देश का सोने का आयात चार गुना बढ़कर 14.86 अरब डॉलर हो गया। जनवरी में सोने की कीमतें 63,500 रुपये प्रति 10 ग्राम थीं, जो दिसंबर में 80,000 रुपये के आसपास हैं।
वेडिंग इंश्योरेंस में प्रीमियम कवरेज और बीमा राशि पर निर्भर करता है। हालांकि, यह पॉलिसी केवल शादी की अवधि के लिए ही होती है। देश के अंदर और और इंटरनेशनल वेडिंग डेस्टिनेशन भी इस इंश्योरेंस में कवर की जाती है। इनमें यात्रा खर्च, होटल में ठहरना, आभूषण और अतिथि जिम्मेदारी शामिल होती है।
कई बैंक अपने ग्राहकों को वेडिंग लोन भी मुहैया कराते हैं। वेडिंग लोन एक तरह का पर्सनल लोन ही होता है, जिसका इस्तेमाल शादी से जुड़े खर्चों के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, आप शादी के खर्चों के लिए अपने क्रेडिट कार्ड का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल कहा था कि देश को 'मेड इन इंडिया' की तर्ज पर 'वेड इन इंडिया' जैसे आंदोलन की जरूरत है। पीएचडीसीसीआई के अध्यक्ष हेमंत जैन ने कहा कि भारतीय शादियों की भव्यता के साथ डेस्टिनेशन वेडिंग्स के बढ़ते चलन से पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
भारत में खपत कैटेगरी में शादियों का दूसरा स्थान है। रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि अगर शादी एक कैटेगरी होती, तो वे खाद्य और किराना (681 अरब अमेरिकी डॉलर) के बाद दूसरी सबसे बड़ी खुदरा कैटेगरी होती।
Wedding Gift Tax: अभी शादियों का सीजन चल रहा है। इस दौरान नवविवाहितों को वेडिंग गिफ्ट भी मिलता है। कुछ नियम को ध्यान में रख लिया जाए तो उसपर टैक्स नहीं देना पड़ता है।
Wedding Industry: त्योहार खत्म होने के साथ हिंदू धर्म में शादियों की शुरुआत हो जाती है। इस दौरान लाखों में कारोबार होता है। बिजनेस के हिसाब से आने वाला समय कैसा रहने वाला है। इस खबर में समझते हैं।
प्रत्येक विवाह का लगभग 20 प्रतिशत खर्च दुल्हा-दुल्हन पर जाता है, जबकि 80 प्रतिशत खर्च विवाह का आयोजन में काम करने वाली अन्य तीसरी एजेंसियों के पास जाता है।
बोनवेरा वेडिंग कंपनी के डायरेक्टर हर्ष पंडित ने इंडिया टीवी को बताया कि इस बार महंगाई की मार सबसे अधिक फूलों पर देखने को मिल रही है। पिछले बार एक शादी के डेकोरेशन के लिए 1 लाख रुपये का फूल का खर्च इस बार बढ़कर 1.5 से 1.6 लाख रुपये तक पहुंच गया है।
वैसे तो कुछ इंश्योरेंस कंपनियां शादी के लिए पहले से पैकेज तैयार करके रखती हैं, लेकिन कुछ कंपनियां आपकी जरूरत के मुताबिक भी पैकेज बनाती हैं। ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप किस तरह का पैकेज लेना चाहते हैं।
दुनिया भर के शेयर बाजारों में जारी गिरावट के बीच सोना 330 रुपए चढ़कर 14 महीने के उच्च स्तर 31,600 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। शादी-ब्याह के सीजन की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण निर्माताओं से मजबूत मांग ने भी तेजी का समर्थन किया।
वैश्विक स्तर पर मजबूती के रुख तथा स्थानीय आभूषण कारोबारियों की मांग बढ़ने से सोना 225 रुपए की उछाल के साथ 31,075 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया।
सकारात्मक वैश्विक संकेतों के कारण लगातार तीसरे दिन सोने में तेजी आई। दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना सुधर कर 30,625 रुपए प्रति दस ग्राम हो गया।
मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय ज्वैलर्स की खरीदारी से आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 80 रुपए उछलकर 30,530 रुपए प्रति दस ग्राम हो गई।
आभूषण विक्रेताओं ने शादी-विवाह के लिए सोने की मांग बढ़ा दी, जिससे दिल्ली सर्राफा बाजार में आज सोना तेजी के साथ 30,450 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
दिल्ली सर्राफा बाजार में आज सोना 255 रुपए बढ़कर 30,390 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया। वहीं चांदी भी 650 रुपए बढ़कर 40,700 रुपए प्रति किलो हो गई।
सोने की अच्छी परख रखने वाले भी इस सोना खरीदने पर पर लगने वाले टैक्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं रखते हैं।
आभूषण निर्माताओं की बढ़ी लिवाली के चलते Gold लगातार दूसरे सप्ताह बढ़ता हुआ 185 रुपए चढ़कर 29,410 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गया।
GST (माल एंव सेवा कर) लागू होने के बाद सोने की कीमतों में 210 रुपए की तेजी दर्ज की गई। शनिवार को यह बढ़कर 29410 रुपए प्रति दस ग्राम पर पहुंच गई।
3 दिन के बाद दिल्ली में सोना सस्ता हुआ। शुक्रवार को सोना 100 रुपए गिरकर 29200 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया है। वहीं, GST से पहले चांदी 200 रुपए सस्ती हुई।
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