राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश का सबसे व्यस्त एयरपोर्ट है और यहां से प्रतिदिन लगभग 1,400 फ्लाइट्स आती-जाती हैं। यात्रियों से अनुरोध है कि वे उड़ान की अपडेट जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करें।
एयर इंडिया ने कहा कि मुंबई में भारी बारिश के कारण उड़ानों का संचालन प्रभावित हो रहा है और इसके परिणामस्वरूप हमारी कुछ उड़ानें रद्द हो गई हैं और उनका मार्ग परिवर्तित हो गया है।
IMD weather Report: देश में कहीं बाढ़ तो कहीं सुखाड़ की स्थिति बनी हुई है। किसान (Farmer) दोनों परिस्थिति में नुकसान झेल रहे हैं। इस समय धान की फसल (Paddy Crop) अपने आखिरी स्टेज में होती है, लेकिन कम बारिश के चलते अभी फसल तैयार होने में और समय लग रहा है।
विज्ञान एवं प्रौद्यौगिकी पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय यह विमान खरीदने पर विचार कर रहा है।
मौसम विभाग के अनुसार लक्षद्वीप और अरब सागर के पूर्वमध्य हिस्से में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, इसके चलते अगले 48 घंटों में असर सागर से लगे हुए दक्षिण पूर्व व पूर्व मध्य इलाकों में तेज हवाओं के साथ अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है।
भारतीय मौसम विभाग ने कहा है कि पिछले 14 सालों के दौरान मानसून के पहुंचने की उसकी भविष्यवाणी 13 बार सही निकली है, सिर्फ एक बार यानि 2015 में उसका अनुमान सही नहीं गया था।
IMD 2020 से देश में 660 जिलों के सभी 6500 ब्लॉक के लिए स्थानीय मौसम अनुमान जारी करने के लिए बहुत तेजी से काम कर रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक 15 अगस्त को देश के ज्यादातर हिस्सों में बरसात होने की संभावना है
पूरे मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान अगर बारिश की कमी 10 प्रतिशत या इससे ज्यादा हो तो सीजन को सूखा घोषित कर दिया जाता है।
देश में मानसून सीजन आधा खत्म हो चुका है और अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले 6 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है
भारतीय मौसम विभाग ने मध्य भारत में भारी बरसात के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। सोमवार को मौसम विभाग की तरफ से जारी किए गए रेड अलर्ट के मुताबिक 23 जुलाई को पूर्वी राजस्थान, पूर्वी और पश्चिमी मध्य प्रदेश और विदर्भ में कुछेक जगहों पर बहुत भारी से अत्याधिक बरसात होने की आशंका है। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश में इस तरह के हालात 24 जुलाई को भी रह सकते हैं।
देश में मानसून सीजन को शुरू हुए लगभग डेढ़ महीना हो चुका है. लेकिन इसके बावजूद देख के कई हिस्से ऐसे हैं जहां अब भी बारिश का इंतजार हो रहा है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक देशभर में 103 जिले ऐसे हैं जहां अबतक बीते मानसून सीजन यानि पहली जून से लेकर 14 जुलाई के दौरान बारिश की कमी 50 प्रतिशत या इससे ज्यादा दर्ज की गई है
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने देश के दो राज्यों यानि महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में अगले 5 दिनों के लिए भारी बरसात का रेड अलर्ट जारी किया है। इनके अलावा उत्तर, मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कई राज्य ऐसे हैं जिनके लिए नारंगी चेतावनी भी जारी की गई है। चेतावनी 9 जुलाई से लेकर 13 जुलाई तक जारी हुई है।
Monsoon Update: मानसून आखिरकार देश की राजधानी दिल्ली में भी पहुंच गया है, भारतीय मौसम विभाग की तरफ से जारी की गई जानकारी के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून पूरे हरियाणा, दिल्ली और चंडीगढ़ में पहुंच चुका है, इसके अलावा गुजरात और राजस्थान के भी ज्यादातर हिस्सों में मानसून की बरसात हो चुकी है।
दिल्ली सहित 13 राज्यों में अगले तीन दिन यानी 28, 29 और 30 जून को भारी बारिश की संभावना है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इन राज्यों के लिए बाकायदा ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट का मतलब है कि इन जगहों के निवासी अपने-अपने स्तर पर हालात से निपटने के लिए तैयार रहें क्योंकि भारी बारिश की वजह से स्थिति बिगड़ सकती है।
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को लंबे समय के बाद हल्की बारिश हुई है और इस हफ्ते के अंत तक और भी जोरदार बरसात की संभावना है क्योंकि अगले 24-48 घंटे में मानसून दिल्ली पहुंच सकता है। मौसम का आंकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि थमने के बाद अब फिर से मानसून बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और 28 या 29 जून को दिल्ली में दाखिल हो जाएगा।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने इस साल देश में सामान्य मानसून की भविष्यवाणी की है लेकिन मानसून सीजन के पहले 20 दिन यानि पहली से 20 जून तक देशभर में औसत के मुकाबले 7 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक 20 जून तक देशभर में औसतन 84.5 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 90.6 मिलीमीटर बरसात होती है।
अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में भले ही सामान्य बरसात हुई हो लेकिन मानसून के रुकने की वजह से कुछेक राज्यों में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है जिस वजह से उन राज्यों में खरीफ की बुआई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान गुजरात, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में बारिश की भारी कमी देखी जा रही है
इस साल मानसून की समय से पहले शुरुआत के बाद अब यह सुस्त पड़ गया है, मौसम का आकलन करने वाली निजी संस्था स्काइमेट के प्रधान मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने इंडिया टीवी को बताया कि 22 जून से पहले मानसून के आगे बढ़ने की उम्मीद कम है, महेश के मुताबिक 22 जून के बाद ही मानसून मध्य भारत की ओर बढ़ेगा और तबतक मध्य भारत में बरसात होने की उम्मीद कम ही है
दिल्ली समते पंजाब, हरियाण, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 3-4 दिन से धूल और प्रदूषण पहले ही परेशानी पैदा कर रहे हैं और अब मौसम विभाग ने पूरे उत्तर भारत में धूल भरी आंधी और तूफान की चेतावनी और जारी कर दी है। मौसम विभाग ने पीले रंग का अलर्ट जारी किया है और 5 दिन यानि 15 जून से 19 तक कई जगहों में धूल भरी आंधी के साथ तूफान की चेतावनी है
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