इस नए ब्रांड की नजर भविष्य की संभावनाओं पर टिकी होंगी और इसे उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है।
हम आपको रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के उन प्रीपेड प्लान्स के बारे में बता रहे हैं, जिनमें 4जीबी तक डाटा के साथ और भी कई बेनेफिट मिलते हैं।
कंपनी के मुताबिक शुक्रवार को हुई बोर्ड बैठक में रकम जुटाने की अनुमति मिली है। कंपनी को फिलहाल करीब 50 हजार करोड़ रुपये एजीआर बकाया के रूप में चुकाने हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कंपनियों को बकाया चुकाने के लिए 10 साल का वक्त दिया है।
Vodafone Idea ने दिल्ली सर्कल के अपने यूजर्स को दो नए मोबाइल रीचार्ज प्रीपेड प्लान की सौगात दी है।
वोडाफोन आइडिया पर 2016- 17 तक कुल मिलाकर 58,250 करोड़ रुपये का बकाया है जिसमें से कंपनी ने 7,854 करोड़ रुपये का भुगतान दूरसंचार विभाग को कर दिया गया है। उच्चतम न्यायालय ने दूरसंचार कंपनियों के एजीआर बकाया चुकाने के लिये 10 साल का समय दिया है
अगर आप Airtel, Jio या Vodafone-Idea में से किसी भी टेलीकॉम ऑपरेटर से ग्राहक है तो आपको अपने प्लान को बदलने का समय आ गया है, जो आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं और हम आपके लिए विकल्प लेकर आए हैं।
ट्राई के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मई के महीने में कुल वायरलैस सब्सक्रिप्शन 56 लाख घटे हैं। शहरों में इनकी संख्या 62.9 करोड़ से घटकर 62 करोड़ के स्तर पर आ गई है। वहीं गांवों में इनकी संख्या में बढ़त देखने को मिली। मई के अंत में गांवों में सब्सक्राइबर की संख्या 52 करोड़ से बढ़कर 52.3 करोड़ हो गई हैं।
नियामक यह पता लगा रहा है कि प्रायोरिटी प्लान के जरिये कुछ ग्राहकों को नेटवर्क में प्राथमिकता देने से कही बिना प्रीमियम सेवा वाले ग्राहकों की सेवाएं तो प्रभावित नहीं हो रही हैं।
‘टेलीकॉम कंपनियां घटते शुल्क और बढ़ते निवेश के दोहरे जोखिम में फंसी’
ल्यूपिन के एमडी नीलेश गुप्ता ने कहा कि तिमाही का प्रदर्शन कोविड-19 महामारी और इसके चलते लागू लॉकडाउन से प्रभावित हुआ।
कारोबार से आय 5 फीसदी से ज्यादा गिरकर 10659 करोड़ रुपये
मार्च अप्रैल में गिरावट के बाद जून में बेहतर हुई डेटा स्पीड
कंपनी ने अबतक एजीआर बकाये में कुल 7,854 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है
ट्राई ने वोडाफोन आइडिया को प्रीमियम प्लान पर रोक लगाने को निर्देश दिया था
नियामक ने पूछा है कि क्या उन विशिष्ट प्लानों में अधिक भुगतान वाले ग्राहकों को तरजीह, अन्य ग्राहकों के लिए सेवा में गिरावट की कीमत पर आई है।
वोडाफोन आइडिया (वीआईएल) ने शेयर बाजार को बताया कि मार्च तिमाही के दौरान उसका शुद्ध नुकसान 11,643.5 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले की समान तिमाही के दौरान 4,881.9 करोड़ रुपए था
दूसरी ओर वोडाफोन आइडिया ने इस अवधि के दौरान अपने 34.6 लाख ग्राहक खोए हैं। फरवरी अंत तक भारत में कुल टेलीफोन सब्सक्राइर्ब्स की संख्या (लैंडलाइन और मोबाइल दोनों मिलाकर) 118 करोड़ हो गई।
खबर के बाद वोडाफोन आइडिया के स्टॉक में 35 फीसदी तक बढ़त दर्ज हुई
हाल ही में फेसबुक ने जियो प्लेटफॉर्म्स में बड़ी हिस्सेदारी खरीदी
वोडाफोन को AGR बकाया के रूप में करीब 53 हजार करोड़ रुपये चुकाने हैं
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