Infosys में 10 महीने पहले CEO के पद से हटे विशाल सिक्का के जाने के बाद कंपनी की ग्रोथ में तेजी से बढ़ोतरी होने लगी है। सिर्फ 10 महीने में ही Infosys का शेयर रिकॉर्ड ऊंचाई तक पहुंच गया है, सोमवार को शेयर बाजार में Infosys के शेयर ने 1270 रुपए का ऊपरी स्तर छुआ है जो अबतक का रिकॉर्ड स्तर है
दिसंबर तिमाही में उसको 5,129 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ है जबकि वित्तवर्ष 2016-17 की दिसंबर तिमाही में सिर्फ 3,708 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
इस साल 2 जनवरी को सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के नए सीईओ की कमान संभालने वाले सलिल पारेख की सालाना सैलरी 16.25 करोड़ रुपए होगी।
सूचना प्रौद्योगिकी परामर्शदाता कंपनी कैपजेमिनी से आए सलिल पारेख मंगलवार यानी आज सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का पद ग्रहण करेंगे।
इंफोसिस ने फ्रांस की आईटी कंपनी कैपजेमिनी के कार्यकारी सलिल पारेख को अपना CEO और MD नियुक्त किया है। पारेख का कार्यकाल 2 जनवरी 2018 से शुरू होगा।
देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इन्फोसिस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय राजगोपालन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
आईटी सेक्टर की बड़ी कंपनी टेक महिंद्रा के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने नंदन नीलेकणि का स्वागत अपने ट्वीट्स के जरिए किया है
देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ नंदन नीलेकणि ने एक बार फिर से इंफोसिस में चेयरमैन के रूप में वापसी की है।
सिक्का के जाने के बाद इंफोसिस का मार्केट कैप 2.36 लाख करोड़ से घटकर 1.99 लाख करोड़ आ गया था लेकिन नीलेकणि के आने की खबर से वापस 2.10 लाख करोड़ हो गया
Sebi का कहना है कि वह इंफोसिस के शेयर की कीमतों पर नजदीक से नजर रखे हुए है। कंपनी द्वारा बायबैक की घोषणा के बावजूद इसके शेयरों में 5% की गिरावट दर्ज की गई।
इन्फोसिस के मोहनदास पई ने कंपनी में संकट के लिए सह-संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति पर आरोप लगाने को लेकर कार्यकारी उपाध्यक्ष विशाल सिक्का की आज कड़ी आलोचना की।
कई बड़े क्लाइंट्स सिक्का के सीईओ बनने के बाद ही कंपनी से जुड़े थे और अब क्योंकि सिक्का सीईओ नहीं है ऐसे में वे क्लाइंट भी कंपनी की सेवाएं बंद कर सकते हैं।
उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी के कुछ दिग्गज संस्थापकों की निगाह में रहने की वजह से विशाल सिक्का के पद के कई दावेदार पीछे हट सकते हैं।
देश की दूसरी सबसे बड़ी IT कंपनी इन्फोसिस के निदेशक मंडल ने 13 हजार करोड़ रुपए तक के शेयरों की पुनर्खरीद योजना को शनिवार को मंजूरी दे दी।
भारत की दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी Infosys ने सीईओ और एमडी विशाल सिक्का के इस्तीफे के एक दिन बाद ही अपने निवेशकों के लिए बड़ी घोषणा की है।
सिक्का के अप्रत्याशित इस्तीफे से स्थानीय शेयर बाजारों में आज बिकवाली का जोर शुरू हो गया, जिससे बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 271 अंक टूट गया।
विशाल सिक्का ने लिखा है कि 3 साल में उन्होंने कंपनी की नींव को 30 साल के लिए मजबूत कर दिया है
विशाल सिक्का की जगह अब यू बी प्रवीण राव को अंतरिम मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ नियुक्त किया गया है। कंपनी ने यह जानकारी शेयर बाजार में शुक्रवार सुबह दी है
विशाल सिक्का ने कहा कि ड्राइवर लैस कार तकनीक पर हम गंभीरता से काम कर रहे हैं। इस क्षेत्र में विकास की बहुत संभावनाएं हैं और हमारा पूरा ध्यान इस पर है।
आईटी कंपनी इंफोसिस की 36वीं सालाना आम बैठक शनिवार को बेंगलुरु में आयोजित की गई। इस बैठक में कई चीजों पर विस्तार से चर्चा की गई।
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