अगर आप घूमने के लिए ब्राजील जा रहे हैं तो आपको टूरिस्ट वीजा की जरूरत पड़ेगी। टूरिस्ट वीजा की वैलिडिटी 90 दिनों की होती है। यहां आप इस वीजा के साथ ब्राजील में कुल 90 दिन रह सकते हैं। ब्राजील का वीजा पाने के लिए आपके पास पासपोर्ट होना जरूरी है।
स्पेन के वीजा के लिए आप दूतावास या वाणिज्य दूतावास से अप्लाई कर सकते हैं। वीजा के लिए अप्लाई करते हुए आपको वीजा टाइप के बारे में बताया होगा कि आपको कौन-सा वीजा चाहिए। इसके बाद आपको अपॉइंटमेंट बुक करनी होगी और वीजा सेंटर पहुंचना होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और पीएम नरेंद्र मोदी के रिश्ते काफी मजबूत हैं। इसकी बानगी कई बार देखने को मिला है। दोनों नेता एक दूसरे को पूरी गर्मजोशी से मिलते हैं। हाल के दिनों में अमेरिका और भारत सरकार ने मिलकर कई सामानों पर टैक्स में कटौती की थी, जिससे उनकी कीमत कम करने में मदद मिली थी।
H-1B Visa: H-1B Visa को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अभी हाल ही में पीएम मोदी ने अपना अमेरिका का राजकीय दौरा संपन्न किया है।
Studying in America: भारत के आईटी पेशेवरों के बीच एच-1बी वीजा की सबसे अधिक मांग रहती है। हालांकि धीरे-धीरे स्टूडेंट्स वीजा की मांग भी बढ़ रही है। अब एक अच्छी खबर आई है।
India to Germany Travel Process:अब भारत से जर्मनी जाना पहले से बेहद आसान होने वाला है। भारत दौरे पर आए जर्मनी के चांसलर ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी है। बता दें, इंडिया से हजारों की संख्या में आईटी प्रोफेशनल्स समेत दूसरे व्यवसाय से जुड़े लोग वहां ट्रेवल करते हैं।
America जैसे देशों का टूरिस्ट वीजा हासिल करने की वेटिंग मार्च और अप्रैल 2024 में दिखा रहा है। यही हाल यूरोपीय देशो का भी है।
सूचना प्रौद्योगिकी उद्योग के संगठन नास्कॉम का मानना है कि एच-1बी वीजा के लिए अमेरिका के प्रस्तावित विधेयक में काफी कठिन शर्तें हैं।
एच1बी वीजा हासिल करना अब मुश्किल होने जा रहा है। अमेरिकी युवाओं के लिए नौकरी के मौके बचाने के लिए अमेरिकी सांसदों ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव किया है।
अमेरिकी सरकार को H-1B Visa के लिए करीब 2.50 लाख आवेदन मिले हैं। इनमें ज्यादातर भारतीय कंपनियों या फिर भारत में काम करने वाली कंपनियों ने एप्लाई किया है।
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