सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने विंटेज मोटर वाहनों की पंजीकरण प्रक्रिया को औपचारिक रूप देते हुए केंद्रीय मोटर-वाहन नियमावली (सीएमवीआर) 1989 में संशोधन किया है।
विरासत के लिहाज से खासे मूल्यवान इन वाहनों के पंजीकरण की प्रक्रिया को विनियमित करने के लिए वर्तमान में कोई नियम नहीं हैं।
पचास साल से अधिक पुराने इन 'क्लासिक' वाहनों के लिए नियमनों को अंतिम रूप दिये जाने के बाद इन्हें वाहन 'कबाड़' नीति से छूट मिलेगी।
आजादी से पहले देश में 500 से ज्यादा रजवाड़े थे जिनकी शानोशौकत के नजारे विरासती महलों-किलों के रूप में आज भी मौजूद हैं। सोचिए कितना अद्भुत होगा वह दृश्य जिसमें आप दिल्ली की सड़कों पर ऐसी ही करीब 70 कारों को दौड़ते देखें।
विंटेज कार पुराने जमाने की कार के मालिकों और इससे जुड़े संगठनों का प्रयास है कि इन कारों को विरासत का दर्जा मिले ताकि इनका संरक्षण किया जा सके।
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