शुक्रवार को जारी दो कुर्की आदेशों में बाजार नियामक ने लंबित बकाया राशि की वसूली के लिए वेणुगोपाल धूत और इलेक्ट्रोपार्ट्स (इंडिया) के बैंक, डीमैट खातों और म्यूचुअल फंड होल्डिंग को जब्त करने का आदेश दिया है।
सेबी ने सोमवार को जारी कुर्की नोटिस में कहा कि धूत के ऊपर 5.16 लाख रुपये का जुर्माना बकाया है।
सीधे तौर पर देखा जाए तो यह एक आम बैंकिंग घोटाला है, जिसमें उच्च पदों पर बैठे अधिकारियों ने अपने खास लोगों को फायदा पहुंचाते हैं। लेकिन इस मामले में बैंक की सीईओ उनके पति और एक बड़े कारोबारी घराने का नाम आया है।
समूह के पूर्ववर्ती प्रवर्तक धूत परिवार को उम्मीद है कि समाधान पेशकश पर अंतिम फैसला इस साल के अंत तक आ जाएगा।
विदेश में तेल गैस एसेट्स की खरीद मामले में अनियमितता का आरोप
आईसीआईसीआई बैंक और विडियोकॉन के बीच हुए लोन के फर्जीवाड़े की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने आज दोनों कंपनियों के तत्कालीन प्रमुख को तलब किया।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर और वीडियोकॉन समूह के प्रवर्तक वेणुगोपाल धूत के आवास एवं कार्यालय परिसर की तलाशी ली।
निजी क्षेत्र के बड़े बैंक ICICI बैंक में टॉप मैनेजमेंट में बड़े बदलाव हो सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ICICI प्रूडेंशियल के CEO संदीप बक्शी को ICICI बैंक का CEO और MD नियुक्त किया जा सकता है। मौजूदा CEO और MD चंदा कोचर पर विडियोकॉन ग्रुप को लोन देते समय नियमों की अनदेखी का आरोप है, इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज बीएन श्रीकृष्ण की अध्यक्षता में होगी और जांच पूरी होने तक चंदा कोचर के छुट्टी पर बने रहने की बात कही जा रही है
वैश्विक रेटिंग एजेंसी फिच ने आईसीआईसीआई बैंक में कंपनी संचालन व्यवस्था पर संदेह जताया है। बैंक की प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी चंदा कोचर के ऊपर पद के गलत उपयोग के आरोप के बीच रेटिंग एजेंसी ने यह बात कही।
मार्च 2016 में अरविंद गुप्ता ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री से की थी, शिकायत की कॉपी वित्त मंत्रालय, उस समय RBI गवर्नर रघुराम राजन, उस समय सेबी चेयरमैन यू के सिन्हा, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशायल को भी भेजी गई थी
आरोप है कि ICICI बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर चंदा कोचर के पति दीपक कोचर को विडियोकॉन ग्रुप ने मदद पहुंचाई है और इस मदद के बदले में ICICI बैंक ने विडियोकॉन ग्रुप को लोन दिया था। हालांकि ICICI बैंक इस तरह के सभी आरोपों को नकार रहा है
वेणुगोपाल धूत ने कहा कि वह ऋण मंजूर करने वाली समिति के सभी 12 सदस्यों को जानते हैं और कहा दो लोगों के बीच व्यक्तिगतसंबंध होने का परिणाम हमेशा आपराधिक कृत्य नहीं होता है
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