देश में प्राइवेट इक्विटी और वेंचर कैपिटल फंड के निवेश में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। पिछले साल के मुकाबले आने वाला निवेश लगभग आधा हो गया है
Investments in India: 21वीं सदी टेक्नोलॉजी की है। अब सिर्फ इतना कहना पूरा सच नहीं रह गया है। 21वीं सदी इंडिया की हो रही है। निवेश के हर पैमाने पर भारत का डंका दुनिया में बज रहा है। इंडिया प्राइवेट इक्विटी रिपोर्ट 2023 जो बातें कही गई है, वह वाकई चौंकाने वाली है।
अक्टूबर में 127 पीई और वीसी इनवेस्टमेंट ट्रांजेक्शन एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले 38 प्रतिशत अधिक हैं। लेकिन सितंबर, 2021 में यह संख्या 134 रही थी।
संख्या के हिसाब से भी जुलाई में रिकॉर्ड बना। जुलाई में कुल 131 सौदों की घोषणा हुई। पिछले साल समान महीने में 77 और जून, 2021 में 110 सौदे हुए थे।
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस साल कुछ बड़े सौदों के चलते प्राइवेट इक्विटी निवेश वर्ष के शुरुआती नौ माह में अब तक के रिकार्ड स्तर 17.6 अरब डॉलर तक पहुंच गया।
सरकार ने देश में नए रोजगार के अवसर पैदा करने और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने के लिए स्टार्टअप्स की परिभाषा में बदलाव किया है।
भारतीय स्टार्टअप्स ने अर्ली स्टेज इन्वेस्टमेंट में इस साल अभी तक तकरीबन 1 अरब डॉलर का इन्वेस्टमेंट आकर्षित किया है।
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