पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों से पता चला है कि सब्जियों की ऊंची कीमतों के कारण अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति 3. 65 प्रतिशत थी। यह जुलाई में 3. 60 प्रतिशत से अधिक थी।
बैंक ऑफ बड़ौदा में अर्थशास्त्री अदिति गुप्ता का कहना है कि देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अच्छी बारिश हुई है। इसके कारण बांधों में मौजूद जल भंडार में इजाफा देखने को मिला है।
दूसरी हरी सब्जियों के दाम भी बढ़े हुए हैं। मदर डेयरी में शनिवार को तोरी 59 रुपये प्रति किलो, करेला 49 रुपये प्रति किलो, फ्रेंच बीन्स 89 रुपये प्रति किलो मिल रही है।
इस साल तेज गर्मी और बारिश में देरी के कारण कीमतों में उछाल आया है। भगत ने कहा कि ज्यादातर आपूर्तिकर्ता हिमाचल प्रदेश से टमाटर मंगाते हैं, जहां फसल सूख गई है।
किसानों का कहना है कि लगातार भारी बारिश के चलते खेत में पानी भर गया है। इससे सब्जियों की फसल का नुकसान पहुंचा है। इससे मंडियों में आवक कम हो गई है। मंडियों में सप्लाई कम होने से कीमत तेजी से बढ़ी है।
रिपोर्ट में शाकाहारी थाली की कीमत में कुल वृद्धि का कारण प्याज में 41 प्रतिशत, टमाटर में 40 प्रतिशत, आलू में 38 प्रतिशत, चावल में 14 प्रतिशत और दालों में 20 प्रतिशत की वृद्धि को बताया गया है।
आजादपुर और गाजीपुर सब्जी मंडी में काम करने वाले कारोबारियों का कहना है कि गर्मी की धमक के साथ ही मंडियों में सब्जियों की आवक घट गई है।
भारत खाद्य तेलों की अपनी 50 प्रतिशत से अधिक घरेलू जरूरत को आयात से पूरा करता है। भारत द्वारा इंडोनेशिया और मलेशिया से पाम तेल का आयात किया जाता है।
मांसाहारी थाली के मामले में कीमत एक साल पहले की अवधि में 59.2 रुपये की तुलना में घटकर 54 रुपये हो गई। हालांकि जनवरी के 52 रुपये की तुलना में अधिक है।
पिछले दिनों घरेलू एलपीजी (LPG gas cylinder prices) की कीमतों में 200 रुपये प्रति सिलेंडर की कटौती कर दी गई। इससे एलपीजी की मुद्रास्फीति सितंबर में घटकर (-) 12.7 प्रतिशत हो गई। अगस्त में यह 4.2 प्रतिशत थी।
जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति 15 महीने के उच्च स्तर 7.44 प्रतिशत पर पहुंच गई थी।
Vegetables Price Hike: रिपोर्ट में कहा गया है कि मांसाहारियों के लिए थाली की कीमत में वृद्धि का एक कारण आम जनता से जुड़ा हुआ है। पूरी रिपोर्ट में कई अहम जानकारी सामने आई है।
देश के ज्यादातर राज्यों में अधिकांश सब्जियों के भाव 100 रुपये के पार पहुंच गई है। मंडी के दुकानदारों का कहना है कि सब्जियों में महंगाई की वजह बारिश है।
Vegetable Price: बारिश के कारण पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आई आपूर्ति जल्दी खत्म हो गई। अब हिमाचल प्रदेश दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र के लिए एकमात्र आपूर्तिकर्ता है।
Tomato Rate in Delhi: टमाटर के बढ़ते दाम से सिर्फ ग्राहक ही नहीं छोटे विक्रेता और किसान भी परेशान हैं। आइए इसके पीछे की कहानी जानते हैं।
Tomato Price Hike: देशभर में टमाटर की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। दिल्ली में एक किलो टमाटर की कीमत 100 रुपये के पार पहुंच गई है।
Online or Offline: आज के समय में फ्रेश वेजिटेबल्स के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे में यह रिपोर्ट हम सभी के लिए बेहद काम की हो सकती है।
नेपाल अपने जरूरत का लगभग सारा का सारा प्याज पड़ोसी देश भारत से आयात करता है। पिछले साल उसने भारत से 1,73,829 टन प्याज का आयात किया था।
क्रिसिल के अनुसार बीते एक साल में थाली की कीमत में काफी बढ़ोतरी हुई है। खास बात यह है कि वेज थाली से ज्यादा कीमत नॉनवेज थाली की बढ़ी है।
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