बैंक ने बृहस्पतिवार को एक बयान में कहा, "एडीबी ने भारत सरकार को कोविड-19 महामारी के खिलाफ सुरक्षित और प्रभावी टीके खरीदने में मदद करने के लिए 1.5 अरब डॉलर के ऋण को मंजूरी दे दी।"
कोविड-19 महामारी की नई लहर कई बातों पर निर्भर करेगी, जिसमें कोविड अनुरूप व्यवहार, टेस्टिंग और कंटेनमेंट रणनीति एवं टीकाकरण की दर शामिल है।
फाइजर के मुताबिक टीके के वितरण को लेकर एक विशेष योजना बनायी है जिसके तहत भारत सहित मध्य और निम्न आय वाले देशों को इन टीकों की कम से कम दो अरब खुराक मिलेगी
दवा निर्माता कंपनी सिप्ला ने सरकार से कहा कि भारत में कोविड-19 बूस्टर टीका लाने के लिए वह मॉडर्ना को एक अरब डॉलर अग्रिम राशि भुगतान का वादा करने के करीब है।
मॉडेर्ना का कोविड- 19 एक खुराक वाला टीका अगले साल भारत में उपलब्ध हो सकता है। इसके लिये वह सिप्ला तथा अन्य भारतीय दवा कंपनियों से बातचीत कर रही है।
स्पुतनिक वी को भारत में 12 अप्रैल 2021 को आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति के साथ पंजीकृत किया गया। 14 मई से टीकाकरण अभियान में इसका इस्तेमाल भी शुरू कर दिया गया।
टीकाकरण के लिए अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित करने के लिए व्हाइट हाउस टिंडर, बम्बल और ओकेक्यूपिड जैसी प्रमुख डेटिंग वेबसाइटों के साथ मिलकर काम कर रहा है।
भारत के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने कोरोना वायरस की वैक्सीन के लिए ब्रिटेन में पहले चरण का परीक्षण भी शुरू कर दिया है।
एसआईआई को अग्रिम के तौर पर 3,000 करोड़ रुपये और भारत बायोटेक को लगभग 1,500 करोड़ रुपये मिलेंगे।
100 अरब डॉलर के उद्योग समूह के प्रमुख ने कहा कि ‘ट्रेसिंग’ और टीकाकरण तेज करने और टीकों की आपूर्ति पर निगाह रखने की जरूरत है, क्योंकि राष्ट्रीय स्तर का लॉकडाउन इसका समाधान नहीं है।
कोरोना वायरस के उपचार के लिए इस समय जिस दवा रेम्डेसिविर की सबसे ज्यादा मांग है सरकार ने उसकी कीमतें शुक्रवार को घटाने की घोषणा की है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को कहा कि वैश्विक समुदाय के लिये कोविड-19 टीके की सभी के लिये उपलब्धता सुनिश्चित करना और महामारी को खत्म करना मुख्य प्राथमिकता होनी चाहिए।
भारत में प्रतिदिन कोविड-19 रोधी टीके की औसतन 34,30,502 खुराकें दी जा रही हैं, जिसके साथ ही देश रोजाना लगाए जाने वाले टीकों की संख्या के मामले में दुनियाभर में पहले स्थान पर पहुंच गया है। अब तक 13,77,304 सत्रों में कुल 9,01,98,673 टीके लगाए जा चुके हैं।
देश में कोरोना के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 1.3 करोड़ तक पहुंच चुके हैं। वहीं एक्टिव मामलों की संख्या 9 लाख के पार पहुंच गई है। देश में फिलहाल हर दिन सामने आने वाले कोरोना मामलों की संख्या 1 लाख से ज्यादा है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अब तक 88 लाख लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसमें से 2 लाख लोगों को वैक्सीन की दोनो डोज मिल गई हैं। टीका लगाने वालों में सबसे आगे उत्तर प्रदेश है यहां अब तक 9 लाख से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
बुधवार को कोरोना टीकाकरण का पाचवां दिन था। सरकार के मुताबिक अब तक 7.86 लाख लोगों को कोरोना वैक्सीन लग चुकी है। बुधवार के दिन देश में कुल 20 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में शाम 6 बजे तक 1.12 लाख लोगों को कोरोना का टीका लगाया गया।
मंत्री ने कहा कि वैक्सीन के कई प्रयास अब अंतिम नतीजे पर हैं। अगले कुछ सप्ताह या महीनों में हम कई टीकों के लिए तैयार हैं। इनमें से कुछ भारतीय टीके होंगे और कुछ वैश्विक।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) के अनुसार सीरम इंस्टिट्यूट डीसीजीआई के ‘एट-रिस्क मैन्युफैक्चरिंग एंड स्टॉकपाइलिंग’ लाइसेंस के तहत पहले ही इस टीके की चार करोड़ खुराक बना चुकी है।
एमएसएमई क्षेत्र के लिए 93 योजनाएं मंजूर की गई हैं। वहीं करीब 100 योजनाएं पाइपलाइन में हैं, सरकार इन योजनाओं को भी जल्द लागू करने की तैयारी कर रही है।
सीतारमण ने कहा कि घरेलू रक्षा उपकरण, इंडस्ट्रियल इनसेंटिव्स और इंफ्रास्ट्रक्चर एंड ग्रीन एनर्जी के लिए पूंजी और इंडस्ट्रियल खर्च के लिए 10,200 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बजट उपलब्ध कराया जाएगा।
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