जब आप प्री-ओन्ड या यूज्ड लग्जरी कार खरीदते हैं तो कम कीमत में यह कार आपको प्रीमियम ड्राइविंग एक्सपीरियंस कराएगी जो अक्सर नए स्टैंडर्ड मॉडल के बराबर होती है।
एक बार कार खरीदने के बाद, सुनिश्चित करें कि रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी) आपके नाम पर ट्रांसफर कर दिया गया है। अगर कार दूसरे राज्य में रजिस्टर्ड है, तो एनओसी की जरूरत होती है।
आपको बता दें कि सेकेंड हैंड कार के लिए बैंक जो लोन देते हैं उस पर न्यूनतम ब्याज दर 9.25 फीसदी से शुरू होती है। कुछ बैंक 20 फीसदी तक ब्याज वसूलते हैं।
यह कार दिल्ली में रजिस्टर्ड है। इसे आप एक लाख नहीं बल्कि इससे कम कीमत में ले सकते हैं। कार के मालिक ने इसे बेचने के लिए 85 हजार रुपये कीमत रखी है। इसके साथ कोई भी फाइनेंस प्लान उपलब्ध नहीं है।
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय ने नए नियमों का मसौदा तैयार किया है, जिससे खरीद बिक्री की प्रक्रिया को पारदर्शी और सेकेंड हैंड डीलर्स को अधिक जिम्मेदार बनाया जाएगा।
नई कार के लिए लंबी वेटिंग लिस्ट के चलते कई ग्राहक सेकेंड हेंड कारों की ओर मुड़ रहे हैं। ऐसे में आपदा में अवसर ढूंढते हुए यह बाजार तेजी से गुलजार हो रहा है।
सर्टिफाइड पुरानी कारों पर कंपनियां और डीलर बेहतर ऑफर और फ्री सर्विस जैसी सुविधाएं देती है। वहीं सर्टिफाइड होने की वजह से इन कारों पर फाइनेंस मिलने की संभावना भी ज्यादा होती है।
भारत में असंगठित क्षेत्र के साथ साथ कई बड़ी कंपनियां भी इस्तेमाल की हुई कार के बाजार में उतर चुकी है। फिलहाल देश में आप कार के मालिक से सीधे कार खरीद सकते हैं। वहीं छोटे डीलर्स के साथ साथ मारुति, महिंद्रा, एमजी मोटर इंडिया जैसी बड़ी कंपनियां भी अपनी इकाइयों से भी पुरानी कारें खरीदी जा सकती हैं
मारुति सुजुकी की पुरानी कारों का बिक्री कारोबार करने वाली इकाई 'ट्रू वैल्यू' ने शनिवार को कार मालिकों के लिए अपना वाहन बेचने की सुविधा शुरू करने की घोषणा की।
देश की प्रमुख मल्टी-ब्रांड प्रमाणित यूज्ड कार कंपनी, महिंद्रा फस्र्ट च्वॉइस व्हील्स ने सोमवार को प्रीमियम यूज्ड कार फ्रेंचाइजी नेटवर्क 'एडिशन' लांच किया।
पुरानी कार खरीदने और बेचने में सहायता करने वाली cardekho.com ने पुरानी कार खरीदने वालों को फाइनेंस उपलब्ध कराने के लिए हीरो फिन कॉर्प के साथ करार किया है।
पुरानी कार खरीदने से पहले आपको अधिक जानकार और सावधान रहना भी जरूरी है। इन बातों का रखेंगे ख्याल तो यूज्ड कार लेने में होगी आसानी।
डीजल कारों के रजिस्ट्रेशन पर तीन महीने के बैन से कार कंपनियों की नींद उड़ी हुई है। लेकिन कुछ कारें ऐसी भी हैं जो थोड़े से अंतर से ही बच निकलीं।
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