PNB, केनरा बैंक,देना बैंक के मर्जर की खबरों के बाद शेयरों में आई तेजी से घरेलू शेयर बाजार को सहारा मिला है। बुधवार के सत्र में सेंसेक्स और निफ्टी बढ़कर बंद।
बुधवार के कारोबारी सत्र में अमेरिकी और एशियाई बाजारों से मिले मजबूत संकेतों के दम पर घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत हल्की तेजी के साथ हुई है।
अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने ब्याज दरों में कोई भी बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। बुधवार रात को खत्म हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने दुनिया की सबसे बड़ी चोरी का राज ठीक एक साल बाद खोल दिया है। माना जा रहा है कि उत्तरी कोरियाई सरकार ने 8.1 करोड़ डॉलर चुराए है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में और वृद्धि की हल्की हो रही संभावनाओं के बीच रुपए में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी जारी रही।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने ट्वीट करके कहा है कि फेडरल रिजर्व द्वारा नीतिगत ब्याज दरों में की गई 0.25 फीसदी की वृद्धि के लिए भारतीय बाजार तैयार।
US Rate Hike: अमेरिकी सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व (फेड) ने दिसंबर 2016 के बाद ब्याज दरें बढ़ा दी है। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी की।
अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने से घरेलू शेयर बाजार में गिरावट रही है। सेंसेक्स 84 अंक गिरकर 26519 पर निफ्टी 29 अंक गिरकर 8154 पर बंद हुआ है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 10 महीने के निचले स्तर पर फिसल गया हैं। अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 1.7 फीसदी की गिरावट के साथ 1143.70 डॉलर प्रति औंस रह गया है।
दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना-चांदी लगातार गिर रहे हैं। यह हजार रु यानी ₹31,000 के स्तर से नीचे लुढक कर 3 माह के सबसे निचले स्तर ₹30,240 प्रति दस ग्राम है।
अगले तीन महीने में घरेलू मार्केट में सोना 4 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो सकता है और इसके भाव 26 हजार रुपए प्रति दस ग्राम तक आ सकते हैं।
दिल्ली सर्राफा बाजार में Gold 730 रुपए की जोरदार गिरावट के साथ 30,520 रुपए प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। वहीं चांदी में 1750 रुपए की भारी गिरावट देखने को मिली।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक का नतीजा आने से पहले बाजार में सतर्कता दिखी। कारोबार के अंत में 67.02 रुपए प्रति डॉलर पर लगभग बिना बदलाव के बंद हुआ।
अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक 20 सितंबर को शुरू होगी। अमेरिका में ब्याज दरों के बढ़ने की आशंका का असर शेयर बाजारों पर देखा गया।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के नतीजों से इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा तय होगी। शेयर बाजार की जानकारी रखने वाल एक्सपर्ट्स ने यह राय जताई है।
अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका से शुक्रवार को यूएस समेत ग्लोबल मार्केट में आई गिरावट का असर एशियाई बाजारों पर भी देखने को मिल रहा है।
अमेरिका में ब्याज दर के बढ़ने पर सस्पेंस बरकरार है। यूएस फेडरल रिजर्व की चेयरपर्सन जेनेट येलन ने ब्याज दरों पर अभी स्थिति साफ नहीं की है।
जैनेट येलेन ने कहा कि धीमी घरेलू गतिविधियों और यूरोपीय संघ से बाहर निकलने का असर होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के सामने काफी अनिश्चितता है।
विभिन्न राजनीतिक दलों से संबद्ध 70 से अधिक ब्रिटिश-भारतीय काउंसलरों ने ब्रिटेन के यूरोपीय संघ में बने रहने का समर्थन किया है।
घरेलू हाजिर बाजार में ज्वैलर्स की भारी मांग के कारण बीते हफ्ते दिल्ली में सोने की कीमत एक बार फिर 30,000 रुपए के पार पहुंच गई है।
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