अमेरिका ने दूसरे देशों को 2019 में 55.7 अरब डॉलर के हथियार बेचे थे, जबकि 2017 में यह आंकड़ा 41.9 अरब डॉलर था।
सीडीसी ने वितरण केंद्रों की शीघ्र मंजूरी के लिए सरकार से मदद मांगी है।
शिजी समूह, चीन में स्थित एक वैश्विक आतिथ्य प्रौद्योगिकी सेवा देने वाली कंपनी है, जिसके ग्राहकों में केमपिनस्की होटल भी शामिल है।
कोरोना वायरस महामारी की वजह से 22 मार्च से देश में अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक हवाई यात्री सेवाएं स्थगित हैं।
विश्व पर्यटन संगठन ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संकट के वजह से अंतरराष्ट्रीय पर्यटन में 2020 में 20 से 30 प्रतिशत की कमी आने और लाखों की संख्या में नौकरियां जाने के आसार हैं।
चीन ने अमेरिका के 75 अरब डॉलर के सामानों पर लगे दंडात्मक शुल्क में 50 प्रतिशत कटौती करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। यह कटौती आगामी 14 फरवरी से लागू होगी।
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के बाद अमेरिका के शेयर सूचकांक डॉव जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज और एसएंडपी 500 ने रिकॉर्ड बनाया।
अमेरिका ने बुधवार (15 जनवरी) को चीन के साथ पहले चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे ऐतिहासिक बताया है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि चीन के उप-प्रधानमंत्री लियू हे अमेरिका के साथ 'पहले चरण' का व्यापार समझौता करने के लिए सोमवार को अमेरिका जाएंगे।
हार्ले डेविडसन (harley davidson) की मोटरसाइकिल पर भारत के उच्च आयात शुल्क लगाने की एक बार फिर आलोचना करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे 'अस्वीकार्य' बताया।
अमेरिकी न्याय विभाग गूगल के खिलाफ एक मामला खोलने की तैयारियों में जुटा है, जोकि एकाधिकार उल्लंघनों से संबंधित है।
पेरिस में एक सम्मेलन के दौरान लेगार्ड ने संवाददाताओं से कहा कि स्पष्ट रूप से अमेरिका तथा चीन के बीच तनाव दुनिया की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।
अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा 2018 में करीब सात प्रतिशत कम होकर 21.30 अरब डॉलर रह गया।
ट्रंप ने दलील दी कि भारत, अमेरिका को यह आश्वासन देने में विफल रहा है कि वह विभिन्न क्षेत्रों में अपने बाजारों को न्यायसंगत एवं उचित पहुंच प्रदान करेगा।
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध से भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी फायदा हो सकता है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश की अर्थव्यवस्ता में अनिश्चितता की बात को स्वीकार किया है
डाटा सेंधमारी के मामलों में इस साल की पहली छमाही में अमेरिका के बाद भारत का स्थान रहा है।
चीनी दूतावास ने बुधवार को कहा कि चीन और भारत को व्यापार संरक्षणवाद से मुकाबले के लिए अपना सहयोग मजबूत करने की जरूरत है।
इस साल की शुरुआत में अमेरिका 2015 के ईरान परमाणु संधि से पीछे हट गया था और ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे।
ईरान को नवंबर से लागू होने जा रहे अमेरिकी प्रतिबंधों के चलते भारत जैसे बड़े ग्राहक से हाथ धोना पड़ सकता है।
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