युद्ध के चलते अमेरिका और यूरोप के प्रतिबंध झेल रहा रूस भारत में मोटा पैसा झोंक रहा है। रूस भारत सरकार के जी सैक में जोरदार निवेश कर रहा है
यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने अमेरिकी फेडरल रिजर्व की राह पर चलते हुए बृहस्पतिवार को नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया।
रेलवे फिलहाल अपनी लंबी दूरी की रेलगाड़ियों में LHB डिब्बों का इस्तेमाल करती है। यूक्रेन से सप्लाई न मिलने के कारण ये डिब्बे अब कम बन रहे हैं।
कंपनियों ने फिलहाल कीमत वृद्धि को लेकर घोषणा नहीं की है, लेकिन माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में कंपनियां कीमतें बढ़ाने पर विचार कर सकती हैं।
स्विफ्ट वैश्विक भुगतान प्रणाली से रूसी बैंकों को बाहर करने के बाद सोमवार तड़के अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रूबल लगभग 26 प्रतिशत टूट गया था।
प्रति विमान भारतीय नागरिकों को लेकर लौटने पर 1.10 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो रहे हैं। ड्रीमलाइनर विमान में 250 से अधिक सीटें होती हैं।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर सोने का भाव 51,500 प्रति दस ग्राम पहुंच गया है। वहीं, चांदी की कीमत 65,500 प्रति किलोग्राम पहुंच गई है।
मूडीज इनवेस्टर सर्विस के प्रबंध निदेशक माइकल टेलर ने कहा कि आयात की स्थिति में बदलाव से व्यापार पर असर दिख सकता है।
विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये में 29 पैसे की भारी गिरावट आई। इसी के साथ 74.84 प्रति डॉलर पर आ गया
यूक्रेन संकट, कच्चे तेल में उछाल से अछूता नहीं रहेगा भारत: सीतारमण India will not remain untouched by Ukraine crisis, crude oil surge: Sitharaman
एशियाई कारोबार में कोरिया के कोस्पी में भी 1.8 प्रतिशत की सुस्ती देखी गई। शंघाई कंपोजिट सूचकांक भी शुरुआती कारोबार में 1.2 प्रतिशत गिर गया।
रूस ने अपनी सेना को वापस बैरक में भेज भले ही फौरी तौर पर युद्ध का खतरा टाल दिया है, लेकिन इन ठंडे देशों में सैन्य तनाव की गर्मी बदस्तूर जारी है
रूस के सबसे बड़े बैंक सबेरबैंक ने यूक्रेन से अपना कारोबार समेटने की घोषणा की है। बैंक ने मंगलवार कहा कि उसने अपनी यूक्रेन डिवीजन को बेच दिया है।
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