वयस्कों से अलग, बच्चों को कार्ड जारी करने के लिए किसी बायोमेट्रिक डेटा की आवश्यकता नहीं होती है। इसके बजाय, यूआईडी को जनसांख्यिकीय जानकारी और उनके माता-पिता के यूआईडी से जुड़े चेहरे की तस्वीर के आधार पर इसे जारी किया जाता है।
आधार, सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली डिजिटल पहचान के रूप में, कई सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लाभ उठाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
Aadhaar Card: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ओर से चार तरह के आधार जारी किए जाते हैं। इसमें आधार लेटर, ई-आधार, एमआधार ऐप और पीवीसी आधार ऐप शामिल है।
UIDAI ने इसे हर जगह कैरी करने में आसान बनाने के लिए पीवीसी कार्ड वाला आधार कार्ड लॉन्च किया है। इसे कोई भी आधार कार्ड धारी 50 रुपये के शुल्क में बनवा सकता है।
UIDAI के बयान के अनुसार, फेस ऑथेंटिकेशन की संख्या बढ़ रही है। जनवरी, 2023 में ऐसे सत्यापन की तुलना में मई में हुए सत्यापन की संख्या में 38 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एप्लीकेशन में AI बेस्ड एक नया फीचर ऐड किया है. अब इसकी मदद से आप घर बैठे आधार से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी पा सकेंगे. अब किसी भी प्रकार के अपडेशन के लिए आपको आधार केंद्र में लाइन लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
UIDAI ने पुष्टि की है कि 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी व्यक्ति HOF हो सकता है और इस प्रक्रिया के माध्यम से अपने रिश्तेदारों के साथ अपना पता साझा कर सकता है।
UIDAI ने बिना दस्तावेज के आधार अपडेट करने को लेकर एक नई स्कीम की शुरुआत की है। आइए जानते हैं कि इसका लाभ आम नागरिक कैसे उठा सकते हैं।
UIDAI Rule: आप पीवीसी आधारकार्ड (PVC Aadhaar Card) बनवाने के लिए किसी भी गैर रजिस्टर नंबर पर ओटीपी मंगवा सकते हैं। यह आपकी कई समस्याओं को चुटकी में हल कर सकता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, UIDAI की देश के दूर-दराज के इलाकों तक सेवा पहुंचने की योजना है।
ऑफलाइन माध्यम के जरिये आधार कार्ड के क्यूआर कोड से जानकारी सत्यापित की जा सकती है।
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सौरभ गर्ग ने कहा कि 'नवजात शिशुओं को आधार नंबर देने के लिए यूआईडीएआई बर्थ रजिस्ट्रार के साथ टाईअप करने की कोशिश कर रहा है।'
प्रमाणीकरण के लिए स्मार्टफोन का उपयोग करके पहचान की प्रक्रिया कैसे पूरी हो सकती है, इस पर कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं दी।
सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों के अनुसार आधार (प्रमाणीकरण और ऑफलाइन सत्यापन) विनियम-2021 को आठ नवंबर को अधिसूचित किया गया
उल्लेखनीय है कि आधार नामांकन निशुल्क है, लेकिन जनसांख्यकीय सम्बंधी अपडेट के लिये 50 रुपये और बायोमीट्रिक अपडेट (जनसांख्यकीय अपडेट सहित या रहित) के लिये 100 रुपये का मामूली शुल्क लिया जाता है।
एनपीसीआई-आईएएमएआई द्वारा आयोजित वैश्विक फिनटेक फेस्ट को संबोधित करते हुए यूआईडीएआई के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सौरभ गर्ग ने कहा कि वित्तीय प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आधार का लाभ उठाने की अपार संभावनाएं हैं।
यूआईडीएआई ने शनिवार को एक बयान जारी कर जोर देते होते कहा, ‘‘सभी सेवाएं स्थिर हैं और ठीक तरह से काम कर रही हैं। आधार को पैन और ईपीएफओ से जोड़ने की सुविधा में कोई रुकावट नहीं आई है।’
यह देखते हुए कि आधार भारतीय नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट बन गया है तो इसमें जल्द से जल्द बदलाव करना जरूरी है।
UIDAI ने हाल ही में आधार का नया फीचर लांच किया, जिसे Masked Aadhaar कहा गया है।
लोग घर बैठे नाम, लिंग, जन्मतिथि और पता अपडेट कर सकते हैं, और इसके लिये उन्हें केंद्र आने की जरूरत नहीं होगी। आधार में ये जानकारी अपडेट करना निशुल्क नहीं है।
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