कुल 86 एयरपोर्ट जिनमें 71 एयरपोर्ट, 13 हेलीपोर्ट और दो वाटर एयरड्रोम शामिल हैं, का संचालन शुरू कर दिया गया है। इससे 2.8 लाख से अधिक फ्लाइट्स में 1.44 करोड़ से अधिक लोगों को यात्रा की सुविधा मिली है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सबसे अधिक हवाई संपर्क वाले देशों में से एक बन जाएगा, और इसे वैश्विक विमानन केंद्र बनाने के प्रयास भी जारी हैं। भारत में 15 प्रतिशत पायलट महिलाएं हैं, जबकि वैश्विक औसत 5 प्रतिशत है।
सीप्लेन संचालन के लिए सरलीकृत मानदंड पेश किए गए हैं और विजयवाड़ा से अक्टूबर में डेमो फ्लाइट शुरू होने वाली हैं। आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे कई राज्यों ने इन परिचालनों में भाग लेने में रुचि दिखाई है।
उड़ान (UDAN) ने पर्यटन को बढ़ावा देने, व्यापार को बढ़ावा देने और स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को सशक्त बनाकर देश की वास्तविक क्षमता को उजागर किया है। भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ते सिविल एविएशन बाजारों में से एक है।
हमारे जैसे देश में 148 सक्रिय हवाई अड्डों के होने से यह परिलक्षित भी होता है। इन 148 में से सिर्फ 22 हवाई अड्डों का ही लाभ कमाना हालात को और भी बुरा करता है।
अगले पांच वर्षों के दौरान नए हवाई अड्डों के विकास में महाराष्ट्र में नवी मुंबई, कर्नाटक में विजयपुरा, हासन और शिवमोग्गा, जेवर, गुजरात में धोलेरा और हीरासर और आंध्र प्रदेश में भोगापुरम में ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों का निर्माण शामिल है।
उड़ान 4.1 के तहत छोटे हवाईअड्डों को जोड़ने के साथ विशेष हेलिकॉप्टर और सीप्लेन मार्गों पर ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा बंदरगाह, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के साथ विचार-विमर्श में सागरमाला सीप्लेन सेवाओं के तहत कुछ नए मार्गों का भी प्रस्ताव किया गया है।
बिलासपुर-भोपाल मार्ग एलायंस एयर को दिया गया है और इस मार्ग पर सेवाएं शीघ्र ही शुरू होंगी।
निजी विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने ‘उड़ान’ योजना के तहत अपनी उड़ानों के लिए 967 रुपए के शुरुआती किराए की पेशकश की है। कंपनी की ये उड़ानें अगले महीने से शुरू करने की योजना है।
सरकार को क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत मुख्य मार्गों पर विमानन कंपनियों से शुल्क के तौर पर सालाना करीब 300 करोड़ रुपए प्राप्त होने की उम्मीद है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही।
इस योजना से अब दूरदराज के क्षेत्रों जैसे करगिल और फ्रंटियर लद्दाख के साथ तीसरी श्रेणी के शहरों में 73 नए एयरपोर्ट या हेलिपैड के लिए विस्तार किया हो सकेगा
देश की पहली किफायती विमानन कंपनी एयर डेक्कन 'उड़ान' योजना के तहत शनिवार से परिचालन शुरू कर रही है। एयर डेक्कन क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना 'उड़ान' के तहत लगभग एक दशक बाद एयर डेक्कन उत्तरी महाराष्ट्र के मुंबई को जलगांव से जोड़ रही है।
उड़ान योजना के तहत अधिक मार्गों पर परिचालन शुरू होने के साथ नागर विमानन मंत्रालय को आशंका है कि विमानन कंपनियों को उड़ानों को आर्थिक दृष्टि से व्यावहारिक बनाने के लिए (वीजीएफ) धन की कमी का सामना करना पड़ सकता है।
एयर डेक्कन की स्थापना साल 2003 में कैप्टन जीआर गोपीनाथ ने की थी, साल 2008 में एयर डेक्कन का विलय विजय माल्या की किंगफिशर एयरलाइन के साथ हो गया था
क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ाने के लिए शुरू की गई सरकार की उड़ान योजना में दूसरे दौर की नीलामी के लिए सरकार को 141 प्रारंभिक प्रस्ताव मिले हैं।
क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना के तहत हवाई टिकटों के किराये के साथ सरकारी सब्सिडी में भी हर तीन महीने में मुद्रास्फीति के रुझान के आधार पर बदलाव किया जाएगा।
हवाई सफर जल्द महंगा हो सकता है। दरअसल सरकार विमान यात्रियों द्वारा दिए जाने वाले पैसेंजर सर्विस फीस में बढ़ोतरी पर विचार कर रही है।
केंद्र सरकार ने हाल ही में घरेलू सस्ती हवाई यात्रा मुहैया कराने के लिए 'उड़ान' योजना शुरू की है लेकिन देश में सफर पर आम आदमी का औसत खर्च 180 रुपए है।
नरेंद्र मोदी द्वारा सस्ती हवाई सेवा उड़ान स्कीम शुरू करने के एक दिन के भीतर ही शिमला-दिल्ली रूट पर इस फ्लाइट की सभी टिकटें जून तक के लिए बुक हो चुकी हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को आम आदमी के लिए सस्ते हवाई सफर वाली उड़ान शुरू कर दी। स्कीम के तहत किराया 2500 रुपए प्रति सीट प्रति घंटे रखा गया है।
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