देश की सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) और स्टार्टअप कंपनियां 2019 में पांच लाख लोगों को रोजगार दे सकती हैं।
बड़ी भारतीय इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी कंपनियां आपस में सांठगांठ कर प्रवेश-स्तर के इंजीनियरों की सैलरी को निम्न स्तर पर रखती हैं। यह आरोप लगाया है आईटी इंडस्ट्री के पुराने अनुभवी टीवी मोहनदास पाई ने।
पई ने इसके साथ ही स्पष्ट किया कि कंपनी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नंदन नीलेकणि को इंफोसिस में वापस लाने का फैसला सह-संस्थापक मिलकर करेंगे।
COO यूबी प्रवीण राव की वेतन वृद्धि को अनुचित बताने के लिए पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी टीवी मोहनदास पई ने भी सोमवार को नारायणमूर्ति का पक्ष लिया है।
आईटी क्षेत्र के दिग्गज टी वी मोहनदास पई का मानना है कि ऑटोमेशन के लगातार बढ़ने से आईटी क्षेत्र की करीब 10 फीसदी नौकरियां समाप्त हो जाएंगी।
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