रिलीफ फंड से गरीबों को उनके इलाज पर खर्च में मदद दी जाती है, इसके लिए सिर्फ एक फॉर्म भरकर जरूरी दस्तावेजों के साथ जमा करना पड़ता है। फंड के जरिए सरकारी अस्पतालों और फंड के पैनल में शामिल निजी अस्पतालों के इलाज के बिल को चुकाने में मदद दी जाती है।
भारत में हल्के से मध्यम कोविड-19 मामलों के इलाज के लिए अनुमति पाने वाली एकमात्र ओरल एंटी-वायरल ट्रीटमेंट
सेंसर की लागत सिर्फ 1000 रुपये है जो इसी क्षमता के विदेशी सेंसर की कीमत का काफी छोटा हिस्सा है
चीन में रोबोट्स और ड्रोन कोरोना के इलाज प्रक्रिया का अभिन्न हिस्सा रहे हैं।
चिकित्सा क्षेत्र में भारत की ख्याति दुनिया में बढ़ती जा रही है। वर्ष 2016 में 1,678 पाकिस्तानियों और 296 अमेरिकियों समेत 2 लाख से अधिक विदेशियों ने भारत आकर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।
EPFO के चार करोड़ अंशधारकों के लिए एक और बड़ी खुशखबरी है। अब वे अपने ईपीएफ एकाउंट से बीमारी के इलाज के लिए बिना मेडिकल सर्टीफिकेट दिए पैसा निकाल सकते हैं।
हम आपको कुछ ऐसे खर्च के बारे में बताने जा रहे हैं जो इनकम टैक्स सेविंग में मददगार हैं। ऐसे खर्च आप जाने-अनजाने करते भी हैं।
उपयुक्त इलाज में मदद करने वाली कंपनी इंडस हेल्थ प्लस ने देश में दूर-दराज इलाकों तक सस्ती स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने के इरादे से आक्रमक विस्तार योजना बनाई है।
लेटेस्ट न्यूज़