भारत और अमेरिका व्यापार व आर्थिक मोर्चे पर विभिन्न मुद्दों के समाधान के लिए आधिकारिक स्तर की विस्तृत बातचीत करने पर राजी हो गए हैं। यह फैसला अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने भारत पर कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 100 प्रतिशत शुल्क लगाने का आरोप लगाया था।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित दुनिया की कुछ प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं पर निशाना साधते हुए उन पर अमेरिका को व्यापार में लूटने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि भारत कुछ अमेरिकी उत्पादों पर 100% शुल्क वसूल रहा है।
अमेरिका के करीबी सहयोगी जापान ने सोमवार को उसकी व्यापार नीतियों की आलोचना की। जापान सरकार ने कहा कि अमेरिका द्वारा करीबी सहयोगियों पर लगाया गया व्यापार शुल्क संबंधों और वैश्विक व्यापार प्रणाली पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
अमेरिका और चीन ने व्यापार में चल रहे तनाव को खत्म करने के लिए कदम उठाया है। दोनों देशों ने इसको लेकर एक समझौता किया है। इसके तहत चीन अब अमेरिका से आयात बढ़ाएगा। अमेरिकी वस्तुओं का आयात बढ़ाकर चीन 375 अरब डालर के अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने पर ध्यान देगा।
मंगलवार को हल्की नरमी के साथ बंद होने के बाद आज बुधवार को भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर से भारी गिरावट देखी जा रही है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी ने लाल निशान के साथ शुरुआत की है, फिलहाल सेंसेक्स करीब 300 प्वाइंट की भारी गिरावट के साथ 35243 पर कारोबार कर रहा है और निफ्टी करीब 100 प्वाइंट घटकर 10702 पर ट्रेड हो रहा है।
इंजीनियरिंग, रसायन एवं औषधि क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से देश का निर्यात अप्रैल महीने में पिछले वर्ष के इसी महीने के मुकाबले 5.17 प्रतिशत बढ़कर 25.91 अरब डॉलर रहा।
दुनिया की सबसे बड़ी दो अर्थव्यवस्थाओं अमेरिका और चीन के बीच छिड़ा व्यापार युद्ध इस साल वैश्विक व्यापार को प्रभावित करेगा। दोनों देश संरक्षणवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसके चलते वैश्विक व्यापार प्रभावित होने की आशंका है।
सरकार के आधिकारिक डिजिटल इंडिया (Digital India) ट्विटर एकाउंट हेंडल से किए गए ट्वीट के मुताबिक ग्राहक हर महीने 750 रुपए और व्यापारी हर महीने 1000 रुपए कैशबैक के हकदार होंगे
अमेरिका ने चीन के साथ-साथ भारत को भी उन देशों की सूची में शामिल कर दिया है जिनकी विनिमय दर नीति पर उसे शक है। यह जानकारी शनिवार को जारी एक रिपोर्ट में दी गयी है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन के साथ व्यापार संबंधी विवाद को तेज करते हुए चीनी उत्पादों पर 100 अरब अमेरिकी डॉलर का अतिरिक्त शुल्क लगाने को कहा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका चीन के साथ किसी भी तरह का व्यापार युद्ध नहीं लड़ रहा है क्योंकि उसे तो अमेरिका कई साल पहले अपने पूर्व ‘बेवकूफ और बेकार’ नेताओं के चलते हार चुका है।
अमेरिका ने चीन से आयात होने वाली 1300 वस्तुओं पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव दिया है और उसके जबाव में आज चीन ने भी अमेरिका से आयात होने वाली 106 वस्तुओं पर 25 प्रतिशत आयात शुल्क की घोषणा कर दी है
अमेरिका ने 1300 चीनी वस्तुओं पर 25 प्रतिशत की दर से आयात शुल्क लगाने का प्रस्ताव दिया है और इससे अमेरिका को लगभग 50 अरब डॉलर का राजस्व मिलने का अनुमान लगाया जा रहा है
ट्रेड वार: चीन के सीमा शुल्क आयोग आयोग ने सूअर के मांस सहित अमेरिका से आने वाले 8 उत्पादों पर शुल्क बढ़ाकर 25 प्रतिशत किया है
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु ने बुधवार को कहा कि इसके लिए चीन भारतीय उत्पादों और सेवाओं को अधिक बाजार पहुंच उपलब्ध कराने तथा यहां औद्योगिक पार्क लगाने पर सहमत हुआ है।
कमजोर वैश्विक रुख और स्थानीय आभूषण कारोबारियों की सुस्त मांग से सोमवार को सर्राफा बाजार में सोने का भाव 35 रुपए गिरकर 31,800 रुपए प्रति दस ग्राम रह गया।
चीन सोयाबीन, कपास और चावल का सबसे बड़ा कंज्यूमर है जबकि भारत कपास का सबसे बड़ा उत्पादक और चावल का सबसे बड़ा निर्यातक है, ऐसे में चीन का बाजार भारत के लिए खुल सकता है
अमेरिका द्वारा उठाये जा रहे कदमों से सीधे भारत पर कोई असर नहीं होगा लेकिन इसका कुल मिलाकर कारोबारी धारणा पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है
अमेरिका और चीन द्वारा एक-दूसरे के ऊपर आयात शुल्क लगाने की घोषणा के बाद दुनियाभर में ट्रेड वॉर छिड़ने का डर गहरा गया है, जिसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बिकवाली का दवाब देखा गया।
अमेरिका द्वारा शुरू किए गए व्यापर युद्ध का जवाब देने के लिए आज चीन ने अपनी एक नई योजना का खुलासा किया है। चीन ने आज 3 अरब डॉलर से अधिक के अमेरिकी उत्पादों पर उच्च शुल्क लगाने की घोषणा की है।
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