अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को इस बात का खुलासा किया कि आखिर उन्होंने चीन सहित अन्य देशों के खिलाफ व्यापार युद्ध क्यों छेड़ा।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत के लिए अफगानिस्तान व्यापार मार्ग खोलने से साफ इनकार करते हुए अमेरिका के मूहं पर चाटा मारा है।
अमेरिकी मीडिया में आई खबरों के अनुसार ट्रंप प्रशासन चीन से आने वाले सामानों पर 200 बिलियन डॉलर से अधिक का टैरिफ लादने की तैयारी में है।
जी-20 देशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में सुधार की पहल करने पर शुक्रवार को सहमति जताई।
अमेरिका के साथ व्यापार मोर्चे पर तनाव ने चीन के लक्ष्य को और जटिल बना दिया
राष्ट्रपति की नजर में अमेरिका विकासशील देश है और वह चाहते हैं कि किसी भी अन्य देश की तुलना में वह तीव्र वृद्धि करे
विदेशी बाजारों के नरम संकेतों तथा स्थानीय मांग गिरने से शनिवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना लगातार दूसरे दिन कमजोर हुआ अैर 100 रुपए गिरकर 31,350 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया।
ट्रंप प्रशासन की ओर से भारी भरकम शुल्क लगाने के बावजूद अमेरिका के साथ चीन का व्यापार अधिशेष अगस्त में बढ़कर 31 अरब डॉलर के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार मोर्चे पर जारी लड़ाई को और हवा मिलने की आशंका जताई जा रही है।
अमेरिका और चीन के वार्ताकारों के बीच व्यापार मुद्दों को लेकर दो दिन चली बातचीत बिना किसी ठोस परिणाम के समाप्त हो गई।
चीन से आयात होने वाले 16 अरब डॉलर मूल्य के सामानों पर गुरुवार से नए अमेरिकी टैरिफ लागू कर दिए गए हैं। इस कदम के जवाब में चीन ने भी इतनी ही राशि के अमेरिकी सामानों पर अतिरिक्त शुल्क लगाए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन इस सप्ताह 16 अरब डॉलर मूल्य के चीनी सामान पर 25 फीसदी शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध जारी है।
व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने वॉलमार्ट द्वारा फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण सौदे के खिलाफ 28 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है।
देश का निर्यात जुलाई महीने में 14.32 प्रतिशत बढ़कर 25.77 अरब डॉलर रहा। इससे पिछले महीने में यह 22.54 अरब डालर था। e
अमेरिका द्वारा बुधवार को 16 अरब डॉलर के चीनी सामानों पर लगाए गए शुल्क का जवाब चीन ने उसी भाषा में दिया है। चीन ने भी करीब 16 अरब डॉलर के अमेरिकी उत्पादों पर आज जवाबी शुल्क लगा दिया।
पाकिस्तान के बाद भारत के एक और पड़ौसी देश नेपाल की अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है।
वस्तुओं तथा सेवाओं दोनों वर्ग में इस साल भारत को अमेरिकी निर्यात बढ़ा है। इससे द्विपक्षीय व्यापार में अमेरिका का व्यापार घाटा काफी कम हुआ है।
आयात शुल्क में होने वाली बढ़ोतरी 4 अगस्त के बजाय 18 सितंबर से लागू होगी। शुक्रवार को केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड की तरफ से जारी अधिसूचना में यह जानकारी दी गई है
अमेरिका के साथ जारी व्यापार युद्ध तथा आर्थिक वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ने से चीन ने विश्व का दूसरा सबसे बड़ा शेयर बाजार होने का तमगा खो दिया है।
अमेरिका ने चीन से आयात होने वाली लगभग 200 अरब डॉलर की वस्तुओं पर पहले जितना आयात शुल्क लगाने के बारे में कहा था, उसमें करीब ढाई गुना की बढ़ोतरी हो सकती है।
देश का निर्यात जून महीने में 17.57 प्रतिशत बढ़कर 27.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया। वहीं कच्चे तेल का आयात महंगा होने से व्यापार घाटा साढ़े तीन साल से अधिक के उच्चस्तर 16.6 अरब डॉलर हो गया।
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